उज्जैन। ठेके पर लिये तालाब में शुक्रवार सुबह मछली पकडऩे गया युवक नाव के साथ डूब गया। पता चलने पर परिजनों उसकी तलाश का प्रयास किया, नहीं मिलने पर पुलिस को अवगत कराया। युवक की तलाश में होमगार्ड की एसडीईआरएफ टीम पहुंची। 8 घंटे तक सर्चिंग की गई, लेकिन युवक का पता नहीं चल पाया। दूसरे दिन शनिवार सुबह उसका शव मिलना सामने आया है ।
घट्टिया थाना एसआई अलकेश डांगी ने बताया कि शुक्रवार सुबह 10 बजे ग्राम भैंसाखेड़ी के तालाब में पवन पिता राजेन्द्र बाथम 19 वर्ष निवासी ग्राम बनेडिया देपालपुर इंदौर के डूबने की सूचना मिलने पर टीम पहुंची थी। तालाब काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। परिजनों ने बताया कि पवन के मौसा चुन्नीलाल बाथम ने तालाब ठेके पर ले रखा है। जिसमें मछलियां पाली जाती है। पवन सुबह 7 बजे मछली पकडऩे महेश के साथ गया था। दोनों नाव में बैठकर तालाब में उतरे थे। कुछ देर बाद दोनों अलग-अलग छोर पर पहुंच गये। 9.30 बजे पवन दिखाई नहीं दिया उसकी नाव भी गायब थी। पवन के डूबने पर उसकी तलाश की, लेकिन नहीं मिला। एसआई अलकेश के अनुसार तालाब काफी बड़ा और गहरा होने पर होमगार्ड की एसडीईआरएफ टीम को बुलाया गया। 10 बजे पहुंची टीम ने सर्चिंग अभियान शुरू किया। इस दौरान ड्रीप ड्रायविंग की गई, उपकरणों को तालाब में डाला गया। परिजन और साथी को तालाब में वह जगह पता नहीं थी कि पवन कहां डूबा है। जिसके चलते तलाश कर पाना काफी मुश्किल हो रहा था, दोपहर में डूबी नाव पानी से ऊपर आ गई थी। उसके आसपास भी सर्चिंग की गई, लेकिन शाम 6.30 बजे तक पवन का पता नहीं चल पाया था। होमगार्ड की टीम ने अंधेरा होने पर सर्चिंग अभियान बंद कर दिया था। शनिवार सुबह फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाता उससे पहले परिजन तालाब किनारे पहुंच गए थे। इस दौरान पवन का शव पानी से ऊपर आकर किनारे पर पहुंच चुका था। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया। परिजनों ने बताया कि पवन के माता-पिता का देहांत हो चुका है। वह अपने मौसा के साथ रहता है और ठेके पर लिये गये तालाब से मछलियां पकडऩे का काम करता है।