जानकारी के मुताबिक शहर बिलहरी निवासी वेटरनरी कालेज में असि. प्रोफेसर के पद पर पदस्थ डा. राकेश बरहैया और अपनी पत्नी सोनिया बरहैया, बेटा लवकुश और वानी और माता-पिता के साथ पशुपतिनाथ के दर्शन करने नेपाल यात्रा पर गए थे। काठमांडू में बारिश और जमीन धंसने के बाद काबरे नामक जगह पर फंस गए थे। भीषण बाढ़ के कारण काबरे में जगह-जगह लैंड स्लाइड हो गया, जिसके कारण रास्ते जाम हो गए थे। उनके साथ रीवा और डिंडोरी और मंडला के भक्त भी फंस गए थे।
सोमवार को डा. बरहैया ने वॉइस मैसेज कर जबलपुर वेटरनरी कालेज के डीन डा. आरके शर्मा को बताया कि वे काठमांडू के पास काबरे नामक जगह में फंस गए हैं न तो स्थानीय प्रशासन उनकी मदद कर रहा है और न ही भारतीय एम्बेसी से अब तक उन्हें कोई मदद मिली है। डीन ने तत्काल इसकी जानकारी जबलपुर पुलिस अधीक्षक को दी, इसके बाद सीएम हाउस में वेटरनरी कालेज के पदस्थ प्रोफेसर से संपर्क किया गया। जिसके बाद नेपाल के भारतीय दूतावास से सम्पर्क कर सभी की सुरक्षित वापसी की कवायद शुरू हुई। इसके बाद सोनाली बॉर्डर के लिए निकले। इस दौरान सभी भक्तों ने भारत सरकार मध्य प्रदेश सरकार और मध्य प्रदेश प्रशासन विभाग और हमारे डिंडोरी और जबलपुर , रीवा जिले की प्रशासनिक विभाग को बहुत-बहुत धन्यवाद भी दिया और आज देर रात जबलपुर पहुंचेंगे।
इनका कहना है
सभी की वतन वापसी हो गई है और सभी सुरक्षित है। ट्रेने केे जरिए सभी आ रहे है। ट्रेन लेट हो गई है देर रात तक सभी शहर पहुंचेेंगे इसके बाद उनकी घर वापसी भी सुरक्षित होगी।
अनुप सिंह, संयुक्त कलेक्टर