जाने कब दिखेगी झूलों में और खुशदिल मस्ती
जबलपुर: गोरखपुर स्थित हाउबाग से चौथे पुल की ओर जाने मार्ग के किनारे पैदल चलने वालों के लिए वाकिंग ट्रेक विकसित किया गया था, जिसमें व्यायाम के संसाधनों साथ-साथ बच्चों के झूलने के लिए झूले भी लगाए गए थे। लेकिन लगने के कुछ महीनो के भीतर ही यह ओपन जिम और वाकिंग ट्रेक बदहाल हो गया। इन झूलो की सीट समेत अन्य उपकरण लगने के साथ ही गायब हो चुके थे। यही नहीं इन झूलों के सामने अब ठेकेदारों ने रेत, गिट्टी मोरम डालकर अपना व्यापार भी शुरू कर दिया है।
सीएम हेल्पलाइन में हुई थी शिकायत
गोरखपुर, हाउबाग क्षेत्र का यह इकलौता वाकिंग ट्रेक था। जहां सुबह-शाम बच्चे ही नहीं बड़े भी घूमने आते थे। कभी यहां पर खूबसूरत झूलों का आनंद लेने के लिए बच्चों का मेला लगा करता था लेकिन, पिछले दो साल में यहां के झूले, चर्खियां टूटे तो फिर बनने की नौबत ही नहीं आई। यहां के रहवासियों की माने तो उनके द्वारा बदहाल झूलों एवं फुटपाथ पर पड़े रेत गिट्टी की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में भी की जा चुकी है लेकिन अफसोस वहां से भी कोई उत्तर अभी तक नहीं आया है। परिणाम स्वरूप अब बच्चे यहां पर टूटे हुए झूलों को देखकर ही किसी तरह काम चला रहे हैं। अधिकांश बच्चों ने तो आना ही बंद कर दिया है।
आवारा तत्वों का डेरा
बदहाल हुए ओपन जिम और वाकिंग ट्रेक के पीछे आवारा तत्वों का हाथ माना जा रहा है। जो इस फुटपाथ पर दिनभर डेरा डाले रहते हैं। फुटपाथ पर कब्ज़ा होते ही तरह-तरह के खाने पीने की दुकानें खुल गई है जिसमें इन आवारा तत्वों का दिनभर आना-जाना लगा रहता है। लाखों रूपयो की लागत से इस वाकिंग ट्रेक में लगाई गई एलईडी लाइटों को इन तत्वों द्वारा नेस्ता नाबूत कर दिया गया था। इस बारे में नगर निगम का बरसो से कहना है कि वह इन झूलों को जल्द ही बनवाएगी लेकिन, कब तक बनेंगे यह बता पाना मुश्किल है।
इनका कहना है
शहर में बने ओपन वाकिंग ट्रेक और जिम को संबंधित अधिकारियों द्वारा तत्काल देखा जाएगा जो भी खामी और त्रुटियां सामने आएंगी उनको ठीक किया जाएगा।
प्रीति यादव, कमिश्नर, नगर निगम जबलपुर