
भोपाल, 01 अक्टूबर (वार्ता) मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य में बेटियों और महिलाओं पर अत्याचार बढ़ने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि इसके विरोध में कांग्रेस दो अक्टूबर यानी बुधवार से बेटी बचाओ अभियान प्रारंभ करेगी।
श्री पटवारी ने यहां पत्रकार वार्ता में यह घोषणा की। उन्होंने हाल में राज्य में महिलाओं और बेटियों के साथ घटित कुछ घटनाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि इनके खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। राज्य सरकार इनकी रक्षा करने में असफल साबित हो रही है। इसलिए कांग्रेस बेटी बचाओ अभियान के तहत अपनी बात आमजन तक ले जाएगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अभियान के तहत महिलाओं के अधिकारों की आवाज़ बुलंद करने के लिए ‘स्पीक अप’ अभियान (2 अक्टूबर), युवा कांग्रेस का मशाल जुलूस(5 अक्टूबर) महिला कांग्रेस का कैंडल मार्च(7 अक्टूबर) ब्लॉक स्तरीय उपवास व कन्या पूजन(8 अक्टूबर), बेटी बचाओ ज्ञापन(14 अक्टूबर) और प्रदेश स्तरीय उपवास 16 अक्टूबर से प्रारंभ किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब तक बेटियों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की मांग पूरी नहीं हो जाती, तक यह अभियान चलता रहेगा।
श्री पटवारी का कहना है कि राज्य में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों के कारण “सामाजिक आपातकाल” की स्थिति बन गई है। इससे निपटने के लिए कांग्रेस पार्टी ने बेटी बचाओ अभियान प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। अभियान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती दो अक्टूबर से पूरे प्रदेश में एक साथ आरंभ किया जा रहा है।
उन्होंने राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में वर्ष 2004 के बाद से भाजपा सरकारों के कार्यकाल में दुष्कर्म के 65 हजार से अधिक मामले दर्ज हुए हैं। प्रदेश में हर 17 मिनट में एक बेटी के साथ अपराध होता है। हर घंटे प्रदेश की एक बेटी के साथ दुष्कर्म होता है, और हर तीन घंटे में एक छोटी बच्ची दुष्कर्म का शिकार हो जाती है।
श्री पटवारी ने और भी आकड़े देते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश में तीन साल की मासूम से लेकर 70 साल की बुज़ुर्ग महिला तक कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार को भी निशाने पर लिया और कहा कि स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा के एक पार्षद को सरेआम भोपाल में कुछ महिलाओं ने इसलिए पीट दिया कि वह उनके साथ छेड़छाड़ करता था।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक, पूर्व मंत्री पी सी शर्मा और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।