30 सितंबर के धरना प्रदर्शन से होगी आंदोलन की शुरुआत
गांव गांव में बैठकों का दौर, अधिक संख्या में पहुंचने की अपील
इंदौर:इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा किसानों की जमीन को विभिन्न योजनाओं के नाम पर अधिग्रहित किए जाने के खिलाफ इंदौर जिले के किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. अहिल्यापथ योजना में जरूरत से कई गुना अधिक जमीन के भूमि अधिग्रहण किए जाने की योजना विकास प्राधिकरण ने बनाई है जिसको लेकर किसान एकजुट हो रहे हैं.पहले चरण में किसानों ने 30 सितंबर को सुपर कॉरिडोर पर धरना प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. इसी को लेकर गांव गांव में किसानों की बैठक चल रही है और आंदोलन में अधिक से अधिक किसानों को जोड़ने की कोशिश की जा रही है.
कल शाम भी भारी बारिश के बावजूद नैनोद ग्राम में किसानों की बड़ी बैठक हुई, जिसमें बड़ी संख्या में किसान उपस्थित हुए और योजना का जमकर विरोध करने तथा 30 सितंबर को अधिक से अधिक संख्या में किसानों को लेकर पहुंचने का फैसला लिया. बैठक में युवा किसानों में जहां जोश था वहीं बुजुर्ग किसानों का कहना था कि जोश के साथ हमें होश नहीं खोना है तथा शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन को मजबूती से चलाना है. किसानों को ज्यादा से ज्यादा संख्या मे धरना प्रदर्शन में पहुंचने की अपील की. संबोधन में संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री, बबलू जाधव शैलेंद्र पटेल हंसराज मंडलोई ,वीरेंद्र सिंह शेखर पटेल बलराम चावड़ा सहित गांव के कई किसानों ने अपनी बात रखी और कहां की किसानों की एकता ही जीत दिलाएगी. बैठक में फैसला लिया गया की 30 सितंबर को बड़ी संख्या में किसान सुपर कॉरिडोर पर होने वाले धरने में पहुंचेंगे.
प्रभावित गांवों में किसानों ने बाइक रैली निकाली.
धरना और प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए किसानों ने प्रभावित सभी गांव में मोटरसाइकिल रैली निकाली जिसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए.
बैठक एवं रैली में प्रमुख रूप से गोकुल सिंह पटेल, जसवंत सिंह सिसोदिया, हुकम सिसोदिया, मुकेश सिसोदिया, बलवंत सिंह सिसोदिया शेखर पटेल, बाबू चावड़ा रमेश गोस्वामी सोहन सिंह सिसोदिया, जीवन सिंह सुनैर, सुशील ठाकुर सहित सैकड़ो किसान बाइक रैली में शामिल थे.