चंडीगढ़, 26 सितंबर (वार्ता) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री कम, प्रचार मंत्री ज्यादा हैं।
श्री बघेल ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि श्री मोदी की सोच चुनावों के दौरान बहुत बुरी तरह से गिर जाती और जिस प्रकार की भाषा का वह प्रयोग करते हैं, वह उनके पद की गरिमा से मेल नहीं खाती।
उन्होंने कहा, “ चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री निहायत ही बाजारू भाषा का प्रयोग करते हैं। कभी वह मुसलमानों को निशाना बनाते हैं तो कभी सफेद झूठ बोल कर लोगों को बरगलाने का प्रयास करते हैं।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का राज्य चुनावों में अत्यधिक प्रचार करना शोभा नहीं देता है, लेकिन श्री मोदी प्रधानमंत्री कम और प्रचार मंत्री ज़्यादा हैं।
श्री बघेल ने कहा कि हरियाणा में साढ़े नौ साल के बाद चुनावों से ठीक पहले श्री मनोहर लाल खट्टर को कुर्सी से हटाना साबित करता है कि भाजपा को यहां अपनी हार स्पष्ट नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि शायद देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि कोई राज्य सरकार छह महीने के अंदर एक सत्र भी नहीं बुला सकी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एक बार भी विधानसभा का सामना नहीं कर पाये।
काँग्रेस नेता ने दावा किया कहा कि हरियाणा चुनावों में भाजपा को किसानों, जवानों, और पहलवानों के कारण पूरे प्रदेश के लोगों की नाराज़गी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन के कारण मोदी सरकार को तीन काले कृषि कानून वापिस लेने पड़े थे, लेकिन अब भाजपा सांसद कंगना रनौत के बयान के बाद इन कानूनों को दोबारा देश पर थोपने का खतरा बन रहा है। उन्होंने कहा कि यह खेद का विषय है कि सुश्री कंगना के बयान पर न तो प्रधानमंत्री मोदी, न गृह मंत्री अमित शाह और न ही पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कोई स्पष्टीकरण दिया है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना लाकर नौजवानों के रोजगार के अवसरों पर तो कुठाराघात किया ही है, बल्कि सेना के साथ जुड़ी सामाजिक प्रतिष्ठा को भी समाप्त कर दिया गया है।
श्री बघेल ने कहा कि जिन पहलवानों ने ओलंपिक, विश्व कप और एशियाई खेलों में भारत का नाम रोशन किया है, उन्हीं के साथ ज्यादती की गयी। उन्होंने कहा कि हरियाणा की आवाम अपनी महिला पहलवानों के अपमान का बदला लेने को पूरी तरह से तैयार है।