बुरहानपुर: शिकारपुरा क्षेत्र में होटल के उपर संचालित गुड अस्पताल में एक प्रसूता की सीजर ऑपरेशन के दौरान मौत हो गयी। परिजन का आरोप है कि अस्पताल ने इलाज में लापरवाही बरती और इलाज के नाम पर डेढ़ लाख रूपए भी ले लिए। अस्पताल प्रबंधन मौत होने के बाद बॉडी न देते हुए तीन दिन और रखने का कह रहे थे। इसका विरोध किया गया तो बॉडी बिना परिजन की परमिशन के बाहर लाकर रख दी गयी।
इसे लेकर मंगलवार दोपहर काफी देर तक हंगामा चला और बाद में परिजन ने भी कार्यवाही नहीं होने तक बॉडी ले जाने से इनकार कर दिया। परिजनों ने डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की है।
मौके पर शिकारपुरा थाना पुलिस पहुंची, बाद में सीएसपी गौरव पाटिल और एसडीएम पल्लवी पुराणिक भी आए। परिजन को समझा कर बॉडी को जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इधर प्रबंधन ने किसी भी तरह की लापरवाही से इनकार किया।
अस्पताल संचालक विजय सुगंधी का कहना है की आरोप निराधार है। डेढ़ लाख रूपए जमा नहीं किया गया है। कल रात दो बजे पेशेंट आई थी। नौ माह की गर्भवती थी,उसकी हालत गंभीर थी। सीजर किया गया। इससे पहले हमने कहा था कि पेशेंट को जान का खतरा है। इसके बाद ही ट्रीटमेंट चालू किया था। जब परिजन आए तब उनके पास पैसा नहीं था। स्टाफ ने अपने तरफ से ढ़ाई हजार रूपए ब्लड बुलाने के लिए दिए। पैसा अभी तक भी जमा नहीं कराया गया है, अगर उन्होंने किसी प्रकार की राशि जमा करायी है तो उसकी रसीद दिखाए। गुड अस्पताल गरीबों का अस्पताल है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दिया है।