विजयवर्गीय और उषा ठाकुर के मतभेद खुलकर सामने आए

सियासत

नगरीय विकास मंत्री और विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 के विधायक कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व पर्यटन मंत्री तथा महू विधानसभा क्षेत्र की विधायक उषा ठाकुर के बीच मतभेद अब खुलकर सामने आ गए हैं। दोनों परोक्ष रूप से एक दूसरे पर राजनीतिक हमले कर रहे हैं। उषा ठाकुर आजकल विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 में ज्यादा सक्रिय हैं। यह विधानसभा क्षेत्र उषा ठाकुर का गृह क्षेत्र है। इसी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत संगम नगर की वे निवासी हैं। हाल ही में एक अवैध कॉलोनी का अतिक्रमण हटाने को लेकर उषा ठाकुर ने कैलाश विजयवर्गीय और उनके समर्थक पार्षद आश्विन शुक्ल को घेरा था।

आश्विन शुक्ल ने भी खुलकर उषा ठाकुर के भाई अंबू ठाकुर पर भू माफिया होने का आरोप लगाया था। आश्विन शुक्ल के बाद परशुराम सेना के अध्यक्ष और आश्विन शुक्ल के समर्थक अनूप शुक्ल ने उषा ठाकुर को ब्राह्मण विरोधी तक करार दे दिया था। इधर कैलाश विजयवर्गीय ने अपने तरीके से पलट वार करते हुए महू विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हस्तक्षेप प्रारंभ कर दिया है। सबसे पहले तो उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर दो बार विधायक चुने गए और तीन बार चुनाव लड़े अंतर सिंह दरबार को भाजपा में प्रवेश दिलवाया। इसके बाद उन्होंने सुनियोजित तरीके से अंतर सिंह दरबार को महू में समर्थन दिया।

कैलाश विजयवर्गीय ने हाल की अपनी मानपुर यात्रा के दौरान अंतर सिंह दरबार को खूब महत्व दिया और उनके साथ लंबी चर्चा की। अंतर सिंह दरबार के भाजपा प्रवेश से सबसे अधिक परेशान उषा ठाकुर और उनके समर्थक ही हैं। कैलाश विजयवर्गीय 2008 और 2013 में महू विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हो चुके हैं।इसलिए उनका इस विधानसभा क्षेत्र में अच्छा खासा समर्थक वर्ग है। इधर अंतर सिंह दरबार भी ग्रामीण क्षेत्र में अच्छा खासा जन आधार रखते हैं। जाहिर है अंतर सिंह दरबार की एंट्री और उनको कैलाश विजयवर्गीय द्वारा दिए जा रहे समर्थन से उषा ठाकुर परेशान हैं। सूत्रों का कहना है कि इसी वजह से उन्होंने विधानसभा क्षेत्र क्रमण एक में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। कुल मिलाकर भाजपा के भीतर मची यह खींचतान आने वाले दिनों में और खुलकर सामने आने की आशंका है।

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