राज्यपाल ने सूचना आयुक्तों को दिलाई शपथ

– विजय यादव मुख्य सूचना आयुक्त, डॉ वंदना गांधी, डॉ. उमाशंकर पचौरी, ओमकारनाथ सूचना आयुक्त.

नवभारत प्रतिनिधि

भोपाल,17 सितम्बर. राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने मंगलवार को मध्यप्रदेश राज्य सूचना आयोग के मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्तों को राजभवन में शपथ दिलाई. इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद रहे. शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन राजभवन के सांदीपनि सभागार में किया गया.

राज्यपाल पटेल ने विजय यादव को मुख्य सूचना आयुक्त और डॉ. वंदना गांधी, डॉ. उमाशंकर पचौरी और ओंकारनाथ को राज्य सूचना आयुक्त के पद की शपथ ग्रहण कराई. राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्तों को पुष्प-गुच्छ भेंट कर बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

शपथ ग्रहण समारोह में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, राजेन्द्र शुक्ल, मंत्रीगण डॉ. कुंवर विजय शाह, विश्वास सारंग, राज्यमंत्रीगण कृष्णा गौर, नरेन्द्र शिवाजी पटेल, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, मुख्य सचिव वीरा राणा, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव एसएन मिश्रा, राज्यपाल के प्रमुख सचिव मुकेश चंद गुप्ता, सचिव सामान्य प्रशासन अनिल कुमार सुचारी आदि उपस्थित हे. अपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने शपथ विधि का संचालन किया.

 

जानिए मध्य प्रदेश के सूचना आयुक्तों को

**’******

1987 बैच के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं विजय यादव

 

विजय यादव भारतीय पुलिस सेवा के 1987 बैच के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। मुख्य सूचना आयुक्त के लिए इन्होंने भी आवेदन किया था। पुलिस सेवा के दौरान इनकी छवि ईमानदार और तेजतर्रार अधिकारी की रही है। ये कई जिलों के पुलिस अधीक्षक, रेंज आईजी, ईओडब्ल्यू के महानिदेशक भी रहे हैं। राज्य शासन ने मुख्य सूचना आयुक्त के लिए बेहतर समझ कर उनका चयन किया है ।

 

 

प्रदेश की पहली महिला सूचना आयुक्त बनीं डॉ वंदना गांधी

 

सूचना आयुक्त के रूप में शपथ लेकर डॉ वंदना गांधी मध्य प्रदेश की प्रथम महिला राज्य सूचना आयुक्त बन गई हैं। इससे पहले प्रदेश में सूचना आयुक्त के पद पर कोई महिला नहीं रही है।समाजशास्त्री, कथाकार एवं शिक्षाविद डॉ वंदना गांधी 1998 से लगातार सक्रिय हैं। अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विवि में समाजशास्त्र की सहायक प्राध्यापक रही हैं। वर्तमान में विवि की साधारण सभा की सदस्य हैं। शिक्षा एवं समाजसेवा के क्षेत्र से जुड़ी हैं। लंबा शैक्षणिक अनुभव है। अपने लेखों के माध्यम से समाज को दिशा देने का काम किया है। समाचार पत्रों में लंबे समय से राष्ट्रीय सुरक्षा, राष्ट्रप्रेम पर आलेख  प्रकाशित होते रहे हैं। समाज के अलग-अलग संगठनों, एनजीओ से जुड़कर महिला सशक्तिकरण के लिए काम किया है। राजधानी के छात्रावासों में जाकर छात्राओं की काउंसलिंग करती रही हैं। महिला समूह को स्थापित कर उन्हें आर्थिक रूप से संबल बनाने का काम किया। पर्यावरण के क्षेत्र में भी काम किया। ये प्रदेश की पहली महिला सूचना आयुक्त होंगी।

 

26 वर्षों से अध्यापन कर रहे हैं डॉ. उमाशंकर पचौरी

 

डॉ. उमाशंकर पचौरी इतिहास, समाज कार्य और हिन्दी साहित्य में पीएचडी हैं। शासकीय भगवत सहाय महाविद्यालय ग्वालियर के जनभागीदारी समिति के 6 वर्ष चैयरमैन। शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय ग्वालियर के 2 वर्ष तक चेयरमैन रहे। राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विवि के साधारण परिषद के 3 वर्ष तक संस्थापक सदस्य रहे। इन्होंने अनेक पुस्तकों का लेखन किया है। डॉ. पचौरी ने अशासकीय महाविद्यालय में उच्च शिक्षा में 26 वर्ष तक शिक्षण का अनुभव है। प्राध्यापक पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्त होकर वर्तमान में गुरू शिष्य परंपरा के अंतर्गत अनेक शिष्यों के शिक्षण का कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में उच्च शिक्षा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति यान्वयन समिति के सदस्य हैं। भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय महामंत्री रहे और वर्तमान में मंडल के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष हैं। एमिटी विश्वविद्यालय मप्र के गवर्निंग बॉडी सदस्य है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि भोपाल की विद्यापरिषद के सदस्य भी है।

 

सेवानिवृत्त न्यायाधीश हैं ओमकार नाथ

 

व्यायिक सेवा के क्षेत्र में लंबा अनुभव है। विधि एवं विधायी कार्य विभाग के अनुसार ओमकार नाथ मूलतः उत्तरप्रदेश के बहराइच के हैं। विधि के विशेषज्ञ हैं। व्याय के क्षेत्र में लंबे समय तक काम किया है। 1 अगस्त 1962 को जनमे ओमकार नाथ 1990 में व्यायिक सेवा में आए। दो साल पहले न्यायिक सेवा से सेवानिवृत्त हो गए हैं। ये मप्र में सदस्य सचिव राज्य प्रबंधन प्रणाली उच्च न्यायालय जबलपुर समेत कई जिलों में न्यायाधीश रह चुके हैं।

Next Post

हरित सोना की खेती से राज्य शासन किसानों को दे रही उभरने के अवसर

Tue Sep 17 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email विश्व बांस दिवस विशे सामान्य सुविधा केंद्रों पर बन रहें कीमती फर्नीचर   नवभारत न्यूज बालाघाट   प्रकृति का अद्वितीय और बहुमूल्य संसाधन बांस जिले के वनीय क्षेत्र की शोभा बढ़ाने के साथ ही लाभकारी सिद्ध हो […]

You May Like