हजारों लोगों ने फिर किया बैरसिया थाने का घेराव 

कलेक्टर ने कार के बोनट पर खड़े होकर दी समझाईश

नाबालिग लड़कियों को ब्लैकमेल करने का मामला

4 घंटे तक चला प्रदर्शन, पुलिस ने संभाला मोर्चा

भोपाल. 12 सितंबर. बैरसिया इलाके में रहने वाले हिंदू संगठन के हजारों कार्यकर्ताओं ने गुरुवार दोपहर बैरसिया थाने का घेराव कर दिया. यह प्रदर्शन करीब 4 घंटे तक चला, लेकिन पुलिस ने कानून व्यवस्था नहीं बिगडऩे दी. कार्यकर्ताओं की मांग थी कि नाबालिग लड़कियों के साथ ब्लैकमेलिंग करने वाले आरोपियों की गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाए. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे कलेक्टर ने कार के बोनट पर खड़े होकर लोगों को समझाईश दी, जिसके बाद मामला शांत हो गया. एक दिन पहले बुधवार को भी हिंदू संगठन के लोगों ने थाने का घेराव किया था. जानकारी के अनुसार बैरसिया इलाके में रहने वाली 14 और 15 साल की तीन किशोरियां स्कूली छात्राएं हैं. इसी इलाके में रहने वाले तीन युवक अरमान लाला, जीशान और अनस इन लड़कियों को सोशल मीडिया पर फालो कर रहे थे. उसके बाद तीनों युवक छात्राओं पर मिलने के लिए दबाव बनाने लगे. छात्राओं ने जब मिलने से इंकार किया तो युवक उनके फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देते हुए ब्लैकमेल करने लगे. तीनों लड़कियों के साथ यह सिलसिला करीब 2 से 3 महीने से चल रहा था. डरी-सहमी छात्राओं ने इसकी शिकायत नहीं की थी. पिछले दिनों एक छात्रा ने परिजनों को घटना के बारे में बताया, जिसके बाद परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे. बुधवार को एक लड़की के परिजन की रिपोर्ट पर आरोपी अरमान लाला के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी थी. देर रात दो और मामले दर्ज बैरसिया पुलिस ने बुधवार देर रात 14 और 15 साल की दो अन्य छात्राओं की रिपोर्ट पर आरोपी जीशान और अनस के खिलाफ छेड़छाड़, ब्लैकमेल, आईटी एक्ट और पोक्सो एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था. इन दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. गुरुवार को बंद रहा बैरसिया इन घटनाओं के विरोध में गुरुवार को बैरसिया बंद रहा. स्थानीय लोगों का कहना है कि बीचे चार-पांच दशकों में यह पहली बार है, जब बैरसिया की एक भी दुकान नहीं खुली. इधर हिंदू संगठन के करीब 4 हजार कार्यकर्ता सुबह 11 बजे बैरसिया थाने पहुंचे और घेराव करते हुए नारेबाजी करने लगे. कार्यकर्ताओं की मांग थी कि आरोपियों का चौपड़ बाजार से बैरसिया थाने तक जुलूस निकाला जाए और उनके खिलाफ रासुका की कार्रवाई हो. मामले की लीपापोती करने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने, इस प्रकार के पूरे गिरोह का खुलासा करने, मोबाइल से डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करने तथा आरोपियों की मदद करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. कलेक्टर की समझाई पर मामला शांत घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, एसपी प्रदीप कुमार सिन्हा, स्थानीय विधायक विष्णु खत्री समेत आसपास के इलाके का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था. कलेक्टर सिंह ने कार के बोनट पर खड़े होकर लोगों को समझाईश दी. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद लोगों ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया. करीब 4 घंटे तक चले इस प्रदर्शन के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई.

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