सतना:कांग्रेसी विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उनकी नोकझोंक एसडीएम सिटी से हुई है। सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा एक बार फिर सियासी और प्रशासनिक गलियारों में सुर्खियों में हैं। विधायक सिद्धार्थ की सोमवार को सतना के एसडीएम सिटी नीरज खरे से फोन पर हॉट टॉक की चर्चा पूरे शहर में हैं।चर्चा के मुताबिक, सोमवार की सुबह विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने अपने किन्ही समर्थकों द्वारा चाही गई गरबा आयोजन सम्बन्धी अनुमति की सिफारिश के लिए एसडीएम सिटी नीरज खरे को फोन किया था। एसडीएम ने सम्बंधित मसले पर चिन्हित आयोजन स्थल पर अनुमति में असमर्थता व्यक्त की तो विधायक भड़क गए।
उन्होंने एसडीएम से कहा कि वे जब भी कोई काम कहते हैं उसके लिए मना कर दिया जाता है। एसडीएम ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। आपके कौन से काम हमने नहीं किए। सही काम सब के हुए हैं। विधायक ने कहा हमने ऐसी कोई लिस्ट नहीं बनाई है कि कितने काम कहे, कितने हुए और कितने नहीं हुए। जब प्रशासन नहीं सुनता तो लोग हमारे पास आते हैं। अगर बात करना ,काम के लिए कहना गुनाह है तो बोर्ड लगवा दीजिये कि विधायक के काम नहीं होंगे। हम भी लोगों को बता दिया करेंगे कि काम नहीं होगा। एसडीएम ने विधायक से कहा कि आप जिसकी सिफारिश लेकर आये हैं उसने पहले कभी आपका नाम नहीं लिया जबकि तीन बार उसे बताया जा चुका है कि बीटीआई मैदान नहीं दिया जा सकता। इसी दौरान विधायक ने नारायण तालाब की मेढ़ टूटने से प्रभावित लोगों के सर्वे और उनके भोजन के इंतजाम का जिक्र छेड़ते हुए कहा कि प्रशासन ने कुछ नहीं किया तो एसडीएम बोले कि सर्वे भी कराया गया है और भोजन का प्रबंध भी किया गया है।
दोनों के बीच हुई इस चर्चा के सम्बंध में विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने को बताया कि शहर के कुछ लड़के बीटीआई मैदान में गरबा आयोजित करना चाहते थे लेकिन कई बार जाने के बावजूद उन्हें अनुमति नहीं मिल रही थी। वे हमारे पास आए तो हमने एसडीएम सिटी को फोन किया था।एसडीएम ने बीटीआई मैदान को रिजर्व बता कर देने से मना कर दिया। हमने पूछा कि जब वहां महीनों मेले लगे रह सकते हैं तो गरबा का आयोजन क्यों नहीं हो सकता। नारायण तालाब के जल भराव से प्रभावित लोगों को कहने के बावजूद भोजन का प्रबंध समय से नहीं किया गया,रात 1 बजे प्रशासन ने खाना भेजा जबकि कई घर ऐसे थे जहां चूल्हा जलाने की स्थिति नहीं थी। हमने अपने लोगों से खाना पैक करवा कर भेजा। वहां सर्वे के नाम पर भी खानापूर्ति और पूरे मामले की लीपापोती की जा रही है।विधायक कुशवाहा ने बताया कि हां,हमने एसडीएम से कहा है कि ये बोर्ड लगवा दीजिये कि विधायक के काम नहीं होंगे।
एसडीएम ने बताया – इसलिए नहीं दी परमीशन
इस संबंध में एसडीएम सिटी नीरज खरे ने को बताया कि बीटीआई ग्राउंड में इस बार दशहरे पर रावण दहन का कार्यक्रम प्रस्तावित है इसलिए उसे रिजर्व रखा गया है। विधायक को यह जानकारी दी गई थी। यह भी बताया गया था कि जिनकी सिफारिश वो कर रहे हैं उन्हें इसी कारण से मना किया गया था।
शाम को हुआ एसडीएम का तबादला
सुबह हुई यह चर्चा दिन भर सुर्खियों में छाई रही और शाम को एसडीएम नीरज खरे का तबादला इंदौर हो गया। उनके तबादले को विधायक समर्थको तथा कुछ अन्य लोगों ने विधायक के साथ हई हॉट टॉक से भी जोड़ा। हालांकि इस बात में दम किसी को नजर नहीं आया क्योंकि एसडीएम खरे के इंदौर जाने की अटकलें पिछले कई दिनों से लगाई जा रही थीं और ट्रांसफर लिस्ट का इंतजार किया जा रहा था