एम्बुलेंस 108 वाहन में फर्जीवाड़ा करने पायलटो पर दबाव
सिंगरौली :एम्बुलेंस वाहन 108 में नौकरी करनी है तो रोजाना 350 किलोमीटर वाहन चलना चाहिए। वर्ना अपनी नौकरी पक्की मत मानो। इस तरह का एक ऑडियों वायरल हो रहा है। जहां शहडोल जिले के एक जिला प्रबंधक ने सिंगरौली के एक पायलेट को चेतावनी दे रहे थे। हालांकि ऑडियों की पुष्टि नवभारत नही करता है। यह ऑडियों हालही के दिनों का है।
दरअसल एक ऑडियों इन दिनों सुर्खियों में है। ऑडियों में करीब 4 मिनट 53 सेकेण्ड का है। इस ऑडियों में एम्बुलेंस वाहन 108 के पायलट व क र्मचारियों को धमकी दी जा रही है और यह धमकी शहडोल जिले के प्रबंधक का आवाज होना बताया जा रहा है।
सिंगरौली जिले के एक 108 वाहन से जुड़े कर्मचारी को धमका रहे हैं। कहा जा रहा है कि चाहे जैसे भी हो रोजाना कम से कम 350 किलोमीटर एम्बुलेंस वाहन चलना चाहिए। यदि मरीज नही मिल रहे हैं उसके लिए भी तरीका अपनाओ। कर्मचारी ने जवाब दिया कि रोजाना 5-6 मरीज एक वाहन में मिल रहे हैं और जिस दिन मरीज मिलते नही हैं तो फर्जी कॉल कराकर इवेंट कै से लें। वैसे भी 35 एम्बुलेंस 108 वाहनों में से 22 ही चालू हालत में हैं। शेष खराब हैं। फर्जीवाड़ा कोई करने को तैयार नही। 20-21 रूपये प्रति किलोमीटर जय अम्बे इमरजेंसी सर्विस प्रोजेक्ट कंपनी को सरकार भुगतान कर रही है। उक्त कर्मचारी के जवाब से प्रबंधक तिलमिलागया और चेतावनी दे डाला की ऐसे में काम नही होगा। फिर नौकरी छोड़नी पड़ेगी। फिलहाल एम्बुलेंस वाहन 108 में किलोमीटर में ही खेला करने की कवायदे की जा रही है। इसमें कंपनी की मंशा कहा तक पूरा होती है। यत तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा।