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खंडवा,ओंकारेश्वर,नर्मदानगर। सीजन में दूसरी बार इंदिरासागर व ओंकारेश्वर परियोजनाएं ओवर-फ्लो हो गईं। तीन दिन से तेज बारिश और जबलपुर की तरफ से भारी मात्रा में पानी आने के कारण यह स्थिति बनी। दोनों परियोजनाओं से पूरी ताकत से बिजली उत्दादित की जा रही हैं। इसके अलावा भी इंदिरासागर के 12 व ओंकारेश्वर परियोजना के 14 गेट खोल दिए हैं।
दोनों परियोजनाओं से करोड़ों रूपए की बिजली बनाई जा रही है। लंबे समय बाद ऐसा मौका आया है, जब दूसरी बार परियोजनाओं के गेट खोलने पड़े हैं। अभी तो मानसून और सक्रिय होने के संकेत दिए जा रहे हैं। ये परियोजनाएं इतनी बड़ी हैं, जिसकी आय अंबानी और अडानी जैसे घरानों के कुछ बड़े उद्योगों जितनी आय के बराबर है। यह बात अलग है कि खंडवा जिले को इसका फायदा पाइंट के बाद पांच जीरो के बाद जितना भी नहीं मिल पाता।
इंदिरासागर को
ऐसे मेंटेन कर रहे
इंदिरासागर के हालात इस तरह समझे जा सकते हैं। बांध का जलस्तर 261.96 मीटर फिलहाल है। यहां 10 गेट 1मीटर व 2 गेट आधा मीटर खोलकर ओंकारेश्वर बांध की तरफ पानी बहाया जा रहा है। डिस्चार्ज के रूप में 2700 क्यूमेक्स गेटों से , 1820 क्यूमेक्स बिजली बनाकर बहाया जा रहा है।
4540 क्यूमेक्स कुल पानी ओंकारेश्वर में छोड़ा जा रहा है। इंदिरा सागर में होशंगाबाद की तरफ से यानि हंडिया से 3000 क्यूमेक्स आ रहा है। इसका साफ मतलब है कि इंदिरासागर को 1 मीटर तक सीजन में भी खाली रखने की रणनीति है। मतलब अभी और मानसून का पानी आ सकता है। इसीलिए बांध को खाली रखा जा रहा है।
ओंकारेश्वर बांध का गणित समझें
ओंकारेश्वर बांध की बात करें, तो ओंकारेश्वर बांध के 14 गेट खोल दिए गए हैं। विद्युत गृह की 8 टरबाईनें भी चालू हैं। इंदिरा सागर बांध से पानी छोडऩे और ऊपरी हिस्सों मे बारिश के चलते मंगलवार शाम 5 बजे ओंकारेश्वर बांध के 14 गेट खोलकर 2928 क्यूमेक्स तथा विद्युत गृह से 8 तरबॉइन चलाकर 1896 क्यूमेक्स कुल 4824 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। ओंकारेश्वर बांध का वर्तमान जलस्तर 195.39 मीटर पर है। धीरे ओंकारेश्वर एवं निचले भाग में नर्मदाजी का जलस्तर बढऩा शुरू हो गया। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।