नकबजन गिरोह के मामा-भांजे गिरफ्तार, तीसरे की तलाश
भोपाल और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में किए अपराध
भोपाल, 28 अगस्त. राजधानी की कोहेफिजा पुलिस ने अंतर्राज्यीय नकबजन गिरोह के 2 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. दोनों आपस में मामा-भांजे हैं. उनके पास से विदेश करेंसी, सोने-चांदी के जेवरात, वारदात में उपयोग किया गया वाहन और चोरी के रुपयों से खरीदी गई संपत्ति के दस्तावेज समेत करीब 50 लाख का माल बरामद किया गया है. प्रारंभिक पूछताछ में दोनों से करीब 16 वारदातों का खुलासा हुआ है. गिरोह का तीसरा साथी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. तीनों ने भोपाल के अलावा उत्तर प्रदेश के झांसी, ललितपुर और महोबा समेत अन्य स्थानों पर भी चोरी और नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है. पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि गश्त के दौरान रात करीब दो बजे एक संदेही युवक को पकड़ा गया. पूछताछ पर उसने अपना नाम नसीर खान पुत्र बसीर खान (30) निवासी पनवाड़ी कुलपहाड़ जिला महोबा उत्तर प्रदेश बताया. तलाशी में उसके पास एक कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए. पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपने मामा अफरोज खान (36) निवासी परवाखेड़ा थाना ईंटखेड़ी और अलीम खान निवासी ललितपुर उत्तर प्रदेश के साथ भोपाल में नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देना बताया. उसके बाद पुलिस ने अफरोज खान को भी गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से भी कट्टा और पांच कारतूस जब्त हुए. पूछताछ में आरोपियों ने कोहेफिजा के जैन नगर, बिट्ठल नगर, विजय नगर और दाता कालोनी में 8, जहांगीराबाद में 1, टीटी नगर में 1, गौतम नगर में 2, शाहजहांनाबाद में 3 और श्यामला हिल्स में 1 वारदात करना स्वीकार किया. गिरोह फायर आम्र्स के साथ ही वारदात को अंजाम देता था. जेवरात समेत 50 लाख का माल बरामद आरोपियों से 48 तोला वजनी सोना, ढाई किलोग्राम चांदी के जेवरात कीमती करीब 34 लाख रुपए, इथोपिया देश की करेंसी, अपराध में प्रयुक्त आटो वाहन, ताला तोडऩे के औजार, चोरी के पैसों से खरीदी गई करीब 8 लाख रुपए की संपत्ति के दस्तावेज समेत कुल 50 लाख का माल बरामद किया गया है. बदमाशों ने उत्तरप्रदेश में झांसी के थाना सीपरी बाजार, ललितपुर के थाना कोतवाली समेत अन्य स्थानों पर भी वारादातों को अंजाम दिया है. गिरफ्तार आरोपियों का आपराधिक रिकार्ड मुख्य आरोपी अफरोज खान के खिलाफ भोपाल शहर के विभिन्न थानों में एक दर्जन से अधिक अपराध दर्ज हैं. कई थानों में उसके स्थाई वारंट लंबित हैं. झांसी के सीपरी बाजार में दर्ज मामलों में भी वह फरार चल रहा है. दूसरा आरोपी नसीर खान महोबा का रहने वाला है. वह अफरोज का भांजा है. अपने मामा और तीसरे साथी अलीम खान के साथ मिलकर भोपाल और ललितपुर में वारदातों को अंजाम दे चुका है. कपड़े बदलने में माहिर है गिरोह गिरोह का मुखिया अफरोज खान साथियों को ईंटखेड़ी इलाके में ठहराता था. दिन में रैकी करने के बाद बदमाश रात को नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देता था. वारदात के समय गिरोह नकाब के साथ कई कपड़े पहनता था. जिस रास्ते से होकर गिरोह जाता, उससे वापस नहीं लौटता था. वारदात से पहले और बाद में वह कपड़े बदल लेते थे, ताकि सीसीटीवी कैमरों से उनकी पहचान नहीं की जा सके.