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उज्जैन/30 मार्च,2024/श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में रंग पंचमी का पर्व हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया जा रहा हैं। बाबा महाकाल को भक्तिभाव से एक लोटा केसरयुक्त रंग का जल अर्पित कर प्रतीकात्मक रूप से रंगपंचमी का त्यौहार मनाया गया। भस्म आरती के दौरान प्रशासन, पुलिस और मंदिर प्रशासन का अमला पूरी तरह मुस्तैद रहा। उज्जैन कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह द्वारा भस्म आरती की व्यवस्थाओं की सतत मॉनिटरिंग की गई। मन्दिर प्रशासक श्री मृणाल मीना द्वारा भी लगातार व्यवस्थाओं की निगरानी की गई। प्रशासन, पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसी के आपसी समन्वय से भस्म आरती का सुव्यवस्थित संचालन किया गया। श्रद्धालुओं के लिए भस्म आरती के दौरान बेहतर बैठक व्यवस्था रही। गर्भगृह में अनावश्यक प्रवेश पर प्रतिबंध रहा। बेहतर व्यवस्था के दृष्टिगत सीमित संख्या में पुजारीयों को प्रवेश दिया गया।
उल्लेखनीय है कि महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के निर्णय अनुसार रंग पंचमी पर्व पर परम्परा के सम्यक निर्वहन के लिए भस्मार्ती में 01 लोटा केसरयुक्त जल भगवान महाकाल को अर्पण किया गया। इसके अतिरिक्त गर्भगृह, नंदी मण्डपम्, गणेश मण्डपम्, कार्तिकेय मण्डपम् और सम्पूर्ण मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार का रंग-गुलाल इत्यादि ले जाना, रंग-गुलाल उड़ाया जाना, आपस में रंग-गुलाल लगाना, किसी विशेष उपकरण का उपयोग कर रंग के उड़ाने पर पूरी तरह प्रतिबंधित रहा।
सभी श्रद्धालुओं को मंदिर में किसी प्रकार का रंग-गुलाल लेकर प्रवेश नहीं कर सकें इसके लिए श्रद्धालुओं की विनम्रता पूर्वक जांच उपरांत ही, श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया गया। समस्त द्वारों पर कार्यरत निरीक्षक और सुरक्षा कर्मियों ने श्रद्धालुओं के साथ विनम्र एवं सौजन्यता पूर्वक व्यवहार बनाए रखकर, श्रद्धालुओं की सतत् जांच करने के उपरांत ही मंदिर में प्रवेश दिए जाने की व्यवस्था की गई।
श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी, पुरोहित, प्रतिनिधि एवं मंदिर परिसर स्थित अन्य छोटे-बड़े मंदिर के पुजारी, सेवक, अपने साथ लाए जाने वाले सामान की स्वयं जांच कराकर मंदिर में प्रवेश लिया।
मंदिर कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारियों ने भी कैमरो के माध्यम से समस्त द्वारो एवं सम्पूर्ण मंदिर परिक्षेत्र की सतत निगरानी की। भस्म आरती से पूर्व प्रशासक महाकाल मंदिर श्री मीणा द्वारा समस्त अधिकारियों कर्मचारियों को दिशा निर्देशों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई एवं उनका क्रियान्वयन करने की निर्देश दिए गए थे।