सुबह से मंडराए बादल, दोपहर से लगी झड़ी, भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट
जबलपुर: सक्रिय मौसम प्रणालियों के असर से शनिवार को सुबह से मौसम की रंगत बदली रही। सुबह से बादलों ने डेरा डाला रखा था। बीच-बीच में सूर्यदेव भी दर्शन दे रहे थे। दिन मेें मौसम ने करवट बदली और झमाझम बारिश शुरू हो गई। झमाझम बारिश से शहर भीगता रहा। इसके बाद झडी लगी रही। रूक-रूककर बारिश का दौर जारी रहा। कभी झमाझम तो कभी रिमझिम बारिश हो रही थी। 13.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। सीजन मेें अब तक 1046.3 मिमी बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग ने चौबीस घंटे के लिए भारी वर्षा की चेतावनी के साथ जबलपुर समेत आसपास के जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान 115.6 या 204.4 मिमी बारिश हो सकती है।
कई जगह भरा पानी, बिजली गुल
बारिश के चलते रसल चौक, संजीवनी नगर, रांझी, अधारताल, माढ़ोताल, चेरीताल, गढ़ा समेत अन्य क्षेत्रों में पानी भर गया। राहगीरों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा कई क्षेत्रों में बिजली भी गुल हुई। कुछ क्षेत्रों में थोड़ी देर बाद सप्लाई चालू हो गई परंतु अनेक क्षेत्र ऐसे रहे जहां घंटों बिजली गुल रही।
यह सिस्टम है सक्रिय
मौसम विभाग की माने तो मानसून ट्रफ वर्तमान में माध्य समुद्र तल पर जैसलमेर कोटा, खजुराहो, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के ऊपर बने निम्र दाब क्षेत्र के केंद्र, रांची, कोंटाई और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और संलग्न पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश के ऊपर सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र अवस्थित है, जिसके साथ सक्रिय चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक विस्तृत है। इसके पश्चिमी में दिशा में बढ़ाने के साथ-साथ 26 अगस्त 2024 तक पश्चिम मध्य प्रदेश के ऊपर तीव्र निम्न दाब क्षेत्र (डिप्रेशन) के रूप में और अधिक प्रभावशाली होने की संभावना बनी हुई है।
ऐसा रहा पारा
शनिवार को अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 1 डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह के वक्त 95 प्रतिशत और शाम को 97 प्रतिशत दर्ज की गई। पश्चिमी दक्षिण हवाएं 4 से 5 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली।