नयी दिल्ली, 24 अगस्त (वार्ता) केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुये कहा है कि वर्तमान सरकार के निर्णयों के कारण ही वहां माहौल बदला है “जिससे विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं को लाल चौक के अहदूस रेस्त्रां में भयमुक्त वातावरण में भोजन का आनंद लेने का मौका मिला है।”
डॉ सिंह ने एक चैनल के कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि कश्मीर जाने वाले “विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं को भी क्षेत्र की नयी भरोसेमंद स्थिति का स्वतंत्र रूप से आनंद लेने की अनुमति मिली है, जैसा कि लाल चौक में ‘अहदूस’ रेस्त्रां की हाल की उनकी यात्रा से पता चलता है।”
कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय की शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति में डॉ. सिंह के हवाले से कहा गया है,, “यह क्षेत्र में बहाल हुई शांति और सामान्य स्थिति का प्रमाण है।”
ऊधमपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि डॉ सिंह ने कहा, “अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के ऐतिहासिक फैसले से जम्मू-कश्मीर में एक बड़ी आबादी को नागरिकता का अधिकार मिला, जो पिछले सात दशकों से इससे वंचित थे।”
डॉ. सिंह ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के समर्थकों ने अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए संवैधानिक प्रावधान का फायदा उठाया।”
उन्होंने कहा कि यह पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर में सत्तारूढ़ व्यवस्था के लिये एक निहित स्वार्थ था, क्योंकि इससे उन्हें केवल 10 प्रतिशित या उससे कम मतदान के साथ निर्वाचित होने और सरकार बनाने में मदद मिली और इस तरह पीढ़ी दर पीढ़ी उनके राजवंश शासन को जारी रखा जा सका।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अनुच्छे 370 हटने के बाद पिछले पांच वर्षों में मोटे तौर पर चार स्तरों यानी लोकतांत्रिक, शासन, विकास और सुरक्षा पर परिवर्तन हुआ है।
उन्होंने कहा कि पंचायत अधिनियम में 73वां और 74वां संशोधन केंद्र की कांग्रेस सरकार ने पेश किया था, लेकिन राज्य में उसी गठबंधन सरकार द्वारा इसे जम्मू-कश्मीर में लागू नहीं किया गया था। लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण नहीं हो सका, क्योंकि 2019 से पहले उन्हें केंद्रीय धन उपलब्ध नहीं था।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के लोगों को विश्वास दिलाया और आश्वासन दिया कि यह क्षेत्र पूरे देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा और मुकुट रत्न के रूप में चमकेगा।