निवाली नगर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नगर से 7 की मि दूर ग्राम फुलज्वारी का प्राचीन शिव लिंग मंदिर सावन में बनता है आकर्षण का केंद्र फुलज्वारी में स्थित प्राचीन शिव लिंग मंदिर में भगवान् ने ओडी पानी की चादर कहा जाता है कि फुलज्वारी का ये प्राचीन मंदिर बारो मॉस पानी से ढका रहता है लेकिन अब ये फुलज्वारी का अति प्राचीन शिव मंदिर अंदर से करीब 5 फुट के लगभग पानी में डूबा हुवा है आज सावन के चौथे सोमवार बाबा का यहाँ स्वरुप आकर्षण का केंद्र बन रहा है जिससे दर्शन के लिए निवाली विकासखंड के आस पास कई श्रद्धालु इस प्राचीन शिव मंदिर के दर्शन के लिए रोजाना पहुच रहे जहा ब्रह्मा जी की प्राचीन मूर्ति भी स्थापित कहा जाता है कि भारत में ब्रह्मा जी का मंदिर मात्र पुष्कर में ही विराजित वही नगर से सात किमी दूर ग्राम के फुलज्वारी के प्राचीन शिव मंदिर में ब्रह्माजी की मूर्ति स्थापित है जो काफी चर्चित है वही प्राचीन शिव मंदिर में काफी मूर्तिया है जो प्राचीन है जिन्हें मंदिर के ऊपर स्थापित किया हुवा है यह एक मात्र मंदिर यहाँ काफी सुन्दर एवँ चर्चा का विषय बना हुवा है जिसके दर्शन मात्र से लोगो की संपूर्ण इच्छा पूरी हो जाती है ऐसे प्राचीन शिव मंदिर के दर्शन के लिए दूर दूर से लोग पधारते है ।
निवाली से सचिन शितोले की रिपार्ट