मुरैना, मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीकी देशों से आए चीतों में से दो चीते एक बार फिर से कूनो जंगल की सीमा को लांघकर बाहर निकल गए हैं। कूनो से बाहर जाने वाले चीतों में नर चीता पवन और मादा चीता वीरा बताए गए हैं।
वन विभाग के अधिकारियों के माथे पर चिंता
दोनों के कूनो से बाहर निकलने के बाद वन विभाग के अधिकारियों के माथे पर चिंता की लकीरें देखी गई हैं। वन विभाग की टीम इन पर नजर रख रही है। साथ ही कूनो में लौटने का इंतजार कर रही है।
वन विभाग की टीम भी पहुंच गई है।
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार कूनो से निकलकर श्योपुर जिले के पास में स्थित मुरैना जिले की सीमा में दोनों चीते पहुंच गए हैं। दोनों चीतों को मुरैना जिले के पहाड़गढ़ इलाके में देखा गया है। यहां वन विभाग की टीम भी पहुंच गई है। नर और मादा चीतों को खेतों में विचरण करते देखा गया है। हालांकि दोनों ने अभी तक किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया है। वहीं, वन विभाग की टीम लोगों को समझाइश दे रही है कि चीतों को परेशान नहीं करना है। वे हम लोगों के लिए कोई खतरा नहीं हैं।
इन्हें पहाड़गढ़ के जंगल मे देखा गया है।
वहीं, वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि दोनों चीते एक-दो दिन पहले यहां से निकले हैं। हम लगातार उन पर नजर बनाए हुए हैं। बुधवार को ही इन्हें मुरैना जिले के पहाड़गढ़ के जंगल मे देखा गया है। हमारी टीम उनकी गतिविधियों पर नजर रख रही है। दोनों बिलकुल स्वस्थ दिख रहे हैं।
पहले भी नर और मादा चीते बाहर निकलते रहे हैं।
वन विभाग के सूत्रों का कहना है कि वन विभाग की टीम अभी इंतजार कर रही हैं कि दोनों चीते खुद से ही लौट आएं। अगर तीन-चार दिनों में वह खुद से जंगल नहीं लौटते हैं तो फिर उन्हें ट्रैंकुलाइज करके लाया जाएगा। इसे लेकर वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी निर्णय लेंगे। कूनो जंगल से पहले भी नर और मादा चीते बाहर निकलते रहे हैं। वह खुद से लौट भी जाते हैं। हालांकि एक बार उन्हें ट्रैंकुलाइज कर भी लाया गया था। इससे पहले भी नर और मादा चीता ही कूनो जंगल से बाहर निकले थे।