भगवान नागचंद्रेश्वर दर्शन: आस्था अपार, दर्शनार्थी 4 लाख के पार

उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के तीसरे माले पर नागचंदेश्वर भगवान की प्रतिमा है। भगवान नागचंद्रेश्वर का यह मंदिर गुरुवार मध्य रात्रि 12 बजे से पूजन अर्चन के पश्चात खोला गया। परंपरा अनुसार नागचंदेश्वर भगवान का यह मंदिर वर्ष में एक बार ही खोला जाता है। ऐसी मान्यता है कि 11वीं शताब्दी में इस प्रतिमा को नेपाल से उज्जैन लाया गया था। समाचार लिखे जाने तक 20 घंटे में चार लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन किए।

मराठा काल में महाकाल मंदिर जीर्णोद्धार के समय मंदिर के अग्रभाग में प्रतिमा को स्थापित किया गया था। विश्व में यह एक मात्र प्रतिमा है। नाग पंचमी पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन करने के लिए आते हैं। यह अत्यंत दुर्लभ प्रतिमा है। सर्पासन पर पूरा शिव परिवार विराजित है, भगवान शिव का वाहन नंदी तथा माता पार्वती का वाहन सिंह दिखाई देता है ।साथ ही सूर्य और चंद्रमा भी प्रतिमा में है। भगवान शिव के गले में भुजंग लपटा हुआ है। यहां श्रद्धालु कतारबद्ध होकर भी दर्शन कर सकते हैं। नवभारत से चर्चा में जिला कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि ऑनलाइन 250 का टिकट खरीद कर भी हजारों दर्शनार्थियों ने दर्शन किए।

दर्शन 24 घंटे तक चालू रखने की परंपरा है। दर्शन के लिए कर्कराज पार्किंग से भील समाज की धर्मशाला चार धाम, जिगजेग, हरसिद्धि चौराहा होते हुए बड़ा गणेश मंदिर के सामने से 4 एवं 5 नंबर गेट से मंदिर में प्रवेश दिया गया। महाकालेश्वर मंदिर में नागपंचमी के पर्व पर श्री महाकालेश्वर भगवान को शेषनाग धारण करवाया गया। कोटितीर्थ कुंड पर आशीष पुजारी द्वारा शेषनाग भगवान के पंचामृत पूजन-अर्चन-आरती के पश्चात श्री महाकालेश्वर भगवान को भस्मार्ती में शेषनाग धारण करवाया गया। नागपंचमी महापर्व पर छत्तीसगढ़ से पधारे यजमान प्रमोद शर्मा द्वार पं.पियूष चतुर्वेदी व पं.श्रेयश चतुर्वेदी की प्रेरणा से बाबा महाकाल को 1 किलो वजनी रजत मुकुट अर्पित किया गया।

कभी युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे एमएस बिट्टा अब हिंदुत्व और भाजपा विचारधारा को अंगीकार कर चुके हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में बोलते हुए नजर आए । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट करके कुछ लोग कहते हैं कि बांग्लादेश में जो हुआ वह मोदी के घर पर भी होना चाहिए जो भारत में रहकर ऐसा सोचते हैं वह राम के नहीं है वह भारतीय नहीं हो सकते दरअसल एमएस बिट्टा महाकाल दर्शन और नागचंद्रेश्वर दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचे इसी दौरान उन्होंने कहा कि वे भाजपाई नहीं है लेकिन हिंदू है।

कैलाश विजयवर्गीय ने दर्शन किए
प्रतिवर्ष अनुसार सावन में कैलाश विजयवर्गीय महाकाल के दर्शन करने के लिए आते हैं। इस बार वे मध्य प्रदेश सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री है। ऐसे में गुरुवार को वे उज्जैन पहुंचे और भगवान महाकाल मंदिर से लेकर नागचंद्रेश्वर मंदिर में दर्शन पूजन करने के लिए गए । आप और मुकेश टटवाल ने भी दर्शन किए। विधायक महेश परिवार ने भी दर्शन किए। सभी जनप्रतिनिधियों ने भी दर्शन किए।

दोपहर में हुआ सरकारी पूजन
श्री महाकालेश्वर मंदिर के द्वितीय तल पर श्री नागचन्द्रेश्वर भगवान का अपराह्न 12 बजे श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा के महंत विनितगिरी महाराज द्वारा पूजन किया गया। पूजन में संभागायुक्त डॉ. संजय गुप्ता, आईजी संतोष कुमार सिंह, डीआईजी नवनीत भसीन ,कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, प्रशासक श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति मृणाल मीणा एवं अन्य अधिकारीगण भी सपरिवार मौजूद थे।

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