किचन में पड़ी मिली दिव्यांग बड़ी बहन की लाश
घर से एक साथ निकली भाई-बहन की अर्थी
भोपाल, 3 अगस्त. कोलार रोड पर रहने वाले एक आर्टिस्ट ने पंखे से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. उसकी दिव्यांग बड़ी बहन की लाश किचन में पड़ी मिली. बहन के गले पर भी दुपट्टा कसा हुआ था. घटना के समय घर पर बुजुर्ग पिता थे. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कर पीएम कराया और परिजनों को सौंप दिया. घर से एक साथ भाई-बहन की अर्थी निकली तो पूरा मोहल्ला गमगीन हो गया. मृतक के पास एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने मां की मौत से दुखी होकर यह कदम उठाने की बात लिखी है. पुलिस दोनों के पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. पुलिस के मुताबिक महेश प्रसाद मालवीय (85) रिटायर्ड कर्मचारी हैं. वह अपने बेटे पंकज मालवीय (50) और बेटी सुनीता मालवीय (53) के साथ कोलार रोड स्थित क्वालिटी होम्स की तीसरी मंजिल स्थित फ्लैट में रहते हैं. बड़ा बेटा प्रफुल्ल नेहरू नगर में परिवार के साथ रहता है, जबकि छोटी बेटी शीतल कोलार रोड पर ही अपने परिवार के साथ निवास करती है. महेश की पत्नी का करीब तीन महीने पहले बीमारी के कारण निधन हो गया था. पंकज आर्टिस्ट था. वह दीवारों पर कलाकृतियां और मूर्ति बनाने का काम करता था, जबकि बेटी सुनीता जन्म से ही दिव्यांग थी. महेश बुजुर्ग होने के कारण बिस्तर पर ही रहते हैं, जिनकी देखरेख पंकज करता था. मां के निधन के बाद पिता और बहन की देखरेख का पूरा जिम्मा उसी पर आ गया था. पिता ने सबसे पहले देखा बेटी का शव शनिवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे महेश प्रसाद बिस्तर से उठकर बाथरूम गए थे. वहां से लौटने के बाद वह किचन की तरफ गए तो देखा कि बेटी सुनीता फर्श पर पड़ी है और उसके गले में दुपट्टा कसा हुआ है. आवाज देने पर जब सुनीता ने कोई जवाब नहीं दिया तो वह बेटे को बुलाने के लिए उसके कमरे में पहुंचे. वहां बेटा पंकज पंखे से नायलोन की रस्सी बांधकर फांसी के फंदे पर लटका मिला. उसने कुर्सियां रखकर फांसी लगाई थी. बेटा-बेटी की लाश देखने के बाद बुजुर्ग महेश बुरी तरह से घबरा गए. उन्होंने बाहर निकल कर पड़ोसियों को बताया और बड़े बेटे प्रफुल्ल को फोन कर जानकारी दी. उसके बदा प्रफुल्स घर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी. मां की मौत से दुखी था पंकज सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने भाई-बहन के शव बरामद कर पीएम के लिए भेजा. मृतक की तलाशी में एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें लिखा था कि सभी लोग मुझे माफ करना, मेरा समय पूरा हो चुका है. मैं मां की मौत से बहुत दुखी हूं. पुलिस का कहना है कि दोनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. एक साथ निकली भाई-बहन की अर्थी पुलिस पंकज और सुनीता के शवों का पीएम कराने के बाद लाश परिजन को सौंप दी. शाम को घर से एक साथ भाई-बहन की अर्थी निकली तो पूरे मोहल्ला गमगीन हो गया. परिजन और मोहल्ले वालों ने एक साथ दोनों का सनखेड़ी कोलार रोड स्थित विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया. मोहल्ले वालों ने बताया कि पंकज काफी धार्मिक प्रवृत्ति का था. वह नियमित पूजापाठ के लिए मंदिर जाया करता था. लोगों को यकीन नहीं हो रहा कि पंकज ऐसा कदम उठा सकता है.
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महिला की मौत पर भाई के खिलाफ केस दर्ज
भोपाल, 3 अगस्त. सूखी सेवनिया इलाके में एक्सीडेंट में हुई एक महिला की मौत के मामले में पुलिस ने मृतका के भाई के खिलाफ केस दर्ज किया है. मर्ग जांच के दौरान पता चला कि भाई द्वारा लापरवाही पूर्वक बाइक चलाने के कारण महिला सड़क पर गिरकर घायल हुई थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी. जानकारी के अनुसार आशा मीना पत्नी विजय मीना (27) ग्राम शाहपुर थाना गुनगा में रहती थी. बीती 16 जून को आशा अपने छोटे भाई सीताराम के साथ बाइक पर बैठकर बंगरसिया स्थित मायके जा रही थी. सूखी सेवनिया स्थित ग्राम इमलिया बायपास जोड़ पर आशा अचानक बाइक से सिर के बल सड़क पर गिरकर घायल हो गई. उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां अगले दिन उसकी मौत हो गई थी. पुलिस ने मर्ग जांच के बाद बाइक चालक सीताराम के खिलाफ एक्सीडेंट का केस दर्ज कर लिया है.