जिला प्रशासन के इशारे पर पुलिस ने 3 घंटे थाने पर अतिथि शिक्षकों को किया नजर बंद
चितरंगी : जिले में एक दिवसीय दौरे पर प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव चितरंगी पहुंचे। जहां उन्होंने लाडली बहनों के लिए आभार से उपहार कार्यक्रम में चितरंगी खेल ग्राउंड में सभा को संबोधित किया । लेकिन इस दौरान अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे जिले भर के अतिथि शिक्षकों को पुलिस प्रशासन ने 3 घंटे तक थाने में ही नजर बंद करके रखा। पुलिस प्रशासन को डर था की कही अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी ना करें। हालांकि मुख्यमंत्री के जाते ही चितरंगी थाने में बंद अतिथि शिक्षकों को पुलिस ने छोड़ दिया।
थाने में बंद अतिथि शिक्षक थाना परिसर से निकलते ही प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान अतिथि शिक्षकों ने प्रशासन और सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अतिथि शिक्षकों ने कहा प्रदेश के मुखिया का चितरंगी आने का कार्यक्रम तय हुआ तो उम्मीद जगी की अब हमारी सुनवाई होगी। लेकिन जब मुख्यमंत्री चितरंगी पहुंचे तो हमारे मौलिक अधिकार तक छीन लिए गए। हमें अपने विचार प्रकट करने की स्वतंत्रता का अधिकार को प्रशासन ने खत्म करने का काम किया गया है। चितरंगी एसडीओपी ने हमारे साथ अपराधियों जैसी सलूक किया और हमें 3 घंटे तक उमस भरी गर्मी में थाने में नजर बंद करके रखा।
थाने में बंद करने के दौरान अभद्रता करने के साथ-साथ मारपीट की गई। वही ग्रामीण जागेश्वर पाल ने आरोप लगाया कि वह मुख्यमंत्री को सुनने सभा स्थल के लिए जा रहा था। लेकिन उसी समय पुलिस कर्मियों ने अतिथि शिक्षकों को थाने ले जाया जा रहा था। भीड़ में मुझे भी पुलिस कर्मियों ने जबरन थाने ले गए। कई बार पुलिस कर्मियों को बताने का प्रयास किया कि वह अतिथि शिक्षक नहीं है। उसे छोड़ दिया जाए । लेकिन पुलिस कर्मियों ने उसे भी करीब 2 घंटे तक नजर बंद करके रखा।