निगम की नाक के नीचे कब्जा, पांच हजार रुपये जुर्माना व छह माह तक की सजा का किया था प्रावधान
जबलपुर। शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नगर निगम ने शहर भर में ऐसे करीब 50 से ज्यादा क्षेत्रों को चिंहित कर उन्हें अतिक्रमण मुक्त रेड जोन घोषित किया था। इन स्थानों पर बकायदा लाल चेतावनी बोर्ड भी लगाए थे जिसमें ये भी लिखा है कि रेड घोषित जोन में किसी तरह का व्यापार करना, अतिक्रमण करना प्रतिबंधित है। नगर निगम द्वारा पकड़े जाने वाले पर पांच हजार रुपये जुर्माने व छह माह की सजा का प्रावधान किया था, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते रेड जोन क्षेत्र में अतिक्रमण आबाद हो गए हैं। इतना ही नही निगम की नाक के नीचे तीन पत्ती, नैपियर टाउन, राइट टाउन जैसे इलाकों में छोटे दुकान दार कब्जा जमाए हुए हैं, और पांच हजार रुपये जुर्माना व छह माह तक की सजा का मखौल उड़ा रहे हैं।
सडक़ पर सजती चौपाल
शहर के ज्यादातर मार्गों के किनारे बने रेड जोन के चेतावनी बोर्ड के नीचे ही सब्जी, फल, चाट, फुल्की और पान गुटके के ठेले-टपरे जम रहे हैं, जूते-चप्पलों की दुकान लग रही हैं। कई जगह तो वाहन सुधारने वाले मैकेनिक आधी सडक़ तक कब्जा कर वाहन सुधार कार्य कर रहे हैं। रेड जोन में अतिक्रमण करने वालों पर आज तक सजा नहीं हुई।
यही नहीं नगर निगम की नाक के नीचे यानी सिविक सेंटर की तरफ सामने ही रेड जोन में जूते-चप्पलों की दुकानें लग रही हैं। चाय नास्ते के स्टाल लग रहे हैं। जिससे यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है। फिर भी रेड जोन से अतिक्रमण नहीं हटाए जा रहे, नगर निगम के अधिकारी देखकर भी अनदेखा कर रहे हैं।
इनका कहना है
कल ही निवाड़ गंज बाजार के इलाकों में नगर निगम द्वारा कार्रवाई की गई, चौराहों पर भी जल्द ही कार्रवाई की जाएगी । नगर निगम के प्रयास निरंतर जारी हैं
सागर बोरकर,अतिक्रमण अधिकारी, नगर निगम
छोटे दुकानदार एवं व्यापारियों को नगर निगम द्वारा अलग से एक उच्च जगह मुहैया कर देनी चाहिए जिससे उनका व्यापार भी प्रभावित न हो और सडक़ भी सुचारू रूप से चालू रहे।
बंटी गुप्ता