विशेष
विरोधी विचारधारा के नेताओं और सामाजिक संगठनों से संपर्क करेगा संघ
संघ के अखिल भारतीय संपर्क विभाग की महत्वपूर्ण बैठक इंदौर में
नंबर दो पदाधिकारी सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले चार दिनों तक इंदौर में रहेंगे
मिलिंद मुजुमदार
इंदौर: इंदौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बड़ी बैठक एक से 4 अगस्त तक होने जा रही है. संघ और जनता के बीच संपर्क की महत्वपूर्ण कड़ी माने जाने वाले संपर्क विभाग की इस राष्ट्रीय बैठक में अखिल भारतीय संपर्क विभाग के 200 से अधिक पदाधिकारी चार दिन तक अलग-अलग मुद्दों पर मंथन करेंगे. बैठक कितनी महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले और राष्ट्रीय संपर्क प्रमुख रामलाल पूरे समय मौजूद रहेंगे.
सूत्रों के अनुसार अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने इस वर्ष मार्च में तय किया था कि शताब्दी समारोह कार्यक्रमों के निमित्त संघ विरोधी नेताओं और संगठनों से भी संपर्क किया जाएगा. इनमें संघ के वैचारिक विरोधी राजनीतिक और सामाजिक दोनों तरह के संगठन शामिल होंगे. इस दृष्टि से इस बैठक का महत्व बढ़ जाता है. बैठक में संघ के 11 क्षेत्र और सभी 46 प्रांतों के संपर्क और सह संपर्क प्रमुख शामिल होंगे. बैठक में राष्ट्रीय संपर्क प्रमुख सुनील देशपांडे और सह संपर्क प्रमुख रमेश अप्पाजी भी मौजूद रहेंगे. इंदौर में यह बैठक लंबे समय बाद हो रही है. साल में एक बार होने वाली इस बैठक में करीब 25 सत्र होंगे, जिसमें अलग-अलग प्रांतों और क्षेत्रीय संपर्क और सह संपर्क प्रमुख अपने साल भर के कामकाज का ब्यौरा देंगे. साथ ही जनता के बीच लगातार मूवमेंट के दौरान संघ को लेकर जो फीडबैक मिलता है, वो भी वरिष्ठ नेतृत्व के सामने रखेंगे. इसी आधार पर संपर्क विभाग के आगे कामकाज को लेकर रणनीति बनाई जाएगी.
यह बैठक एमआर 10 स्थित एचआर ग्रीन रिजॉर्ट परिसर में आयोजित की गई है. इसमें पदाधिकारियों के पहुंचने का सिलसिला बुधवार से शुरू हो गया है. संघ का संपर्क विभाग संघ और जनता के बीच संवाद की सबसे बड़ी कड़ी है. दशहरे पर नागपुर में होने वाले संघ प्रमुख के उद्बोधन के बाद उस उद्बोधन में शामिल मुद्दों पर संपर्क विभाग समाज के अलग-अलग वर्गों के प्रतिनिधियों को एक फोरम पर लाकर संवाद करता है और उनकी राय शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाता है. अभी संघ के राष्ट्रीय संपर्क प्रमुख की भूमिका निभा रहे रामलाल प्रचारक हैं और लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रह चुके हैं. भाजपा से संघ में वापसी के बाद उन्हें संपर्क विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी थोपी गई है.
अपने कार्य को सर्वस्पर्शी बनाएगा संघ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का 2025 में शताब्दी वर्ष है. इस वर्ष अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में इस संबंध में संघ के सभी अनुषांगिक संगठनों और विभागों को कार्य योजना बनाकर दी गई है. संघ का संपर्क विभाग भी इंदौर की बैठक में इस संबंध में विचार विमर्श करेगा. दरअसल, शताब्दी वर्ष के लिए संघ ने कुछ महत्वपूर्ण लक्ष्य भी निर्धारित किए हैं. सूत्रों के अनुसार संघ ने तय किया है कि अपने कार्य को सर्वस्पर्शी बनाया जाएगा. यानी समाज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में संघ की पहुंच होगी. खास तौर पर सामाजिक समरसता, युवाओं को शाखा से जोड़ना, शाखाओं की संख्या 1 लाख तक करना, कुटुंब प्रबोधन, ग्राम विकास और पर्यावरण संरक्षण के साथ सेवा प्रकल्पों में वृद्धि की योजना शताब्दी वर्ष में क्रियान्वित की जाएगी