वायु गुणवत्ता की सुधार के लिए करेंगे काम
एमआईसी के साथ बैठक में किया विचार-विमर्श
इंदौर. इंदौर शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए लगातार किए जा रहे प्रयासों के तहत नगर निगम 31 जुलाई को क्लीन एयर कैटलिस्ट के साथ स्वच्छ वायु संघ (इंदौर क्लीन एयर कोअलिशन) की शुरुआत करेगा.
निगम की मेयर इन काउन्सिल (एमआईसी) और क्लीन एयर कैटलिस्ट (सीएसी) के साथ आज एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा शहर में वायु प्रदूषण की समस्या का मुकाबला करने के लिए निगम और सीएसी मिल कर काम कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर क्लीन एयर कोअलिशन के जरिये वायु गुणवत्ता सुधार के मोर्चे पर भी बड़ी सफलता हासिल करेगा. इस मीटिंग में एमआईसी मेंबर्स अभिषेक शर्मा, निरंजन सिंह चौहान, राजेश उदावत, अश्विनी शुक्ल और मनीष शर्मा ने वायु गुणवत्ता सुधार को लेकर विचार-विमर्श किया. साथ ही उन्होंने एक बार फिर इंदौर को गत वर्ष की तरह स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में देश में नंबर वन बनाने का संकल्प दोहराया.
प्रदूषण नियंत्रित करने के सुझाव पेश किए
अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन ने नई प्रौद्योगिकी के जरिए शहर में ट्रांसपोर्ट सेक्टर की वजह से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अपने सुझाव पेश किए. अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा ने वायु प्रदूषण के कारकों और समाधानों को लेकर नगर निगम और क्लीन एयर कैटलिस्ट प्रोग्राम के तहत किए जा रहे प्रयासों की प्रगति का ब्यौरा पेश किया.
पुराने वाहनों से निजात पाना जरूरी
प्रोजेक्ट मैनेजर अजरा खान ने ट्रांसपोर्ट सेक्टर के लिए क्लीन एयर सॉल्यूशंस के बारे में जानकारी दी. वाहनों का प्रदूषण दूर करने के समाधानों के बारे उन्होंने कहा पुराने वाहनों से निजात पाना, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और नॉन-मोटराइज्ड वाहनों का इस्तेमाल बढ़ाना, पार्किंग का व्यवस्था में सुधार और प्रदूषण नियंत्रण सर्टिफिकेट (पीयूसी) चेक करना बेहद जरूरी है. ये समाधान लंबे समय तक की गई रिसर्च और वैज्ञानिक कवायदों पर आधारित हैं.
उपायों पर विशेष चर्चा होगी
कैटलिस्ट प्रोजेक्ट प्रमुख कौशिक राज हजारिका ने इंदौर क्लीन एयर कोअलिशन के उद्देश्य और स्वरूप के बारे में बताया. 31 जुलाई को होने वाली इंदौर क्लीन एयर कोअलिशन की लॉन्चिंग के बारे में हजारिका ने बताया. इवेंट में महापौर भार्गव कोअलिशन को लॉन्च करेंगे. कार्यक्रम के दौरान कैटलिस्ट टीम स्वच्छ वायु संघ, इंदौर के दृष्टिकोण, उद्देश्यों और संचालन के बारे में बताएगी. वायु प्रदूषण का मुकाबला करने के समाधानों पर फोकस के साथ ही कम उत्सर्जन वाले क्षेत्रों जैसे टेक्निकल सॉल्युशंस, पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने, सड़कों की धूल से निजात पाने के उपायों पर विशेष चर्चा होगी.