इंदौर. साइबर फ्रॉड करने के रोज नए नए रास्ते ईजाद किए जा रहे है. आज क्रिप्टो करेंसी इन्वेस्टमेंट के नाम से साइबर ठगी होने के जानकारी बता रहे है.
इंदौर क्राइम ब्रांच और साइबर सेल के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि हम सभी सोशल मीडिया पर रोज किसी न किसी पेज को देख कर लाइक या कमेंट किया करते है. इसी तरह से इन्वेस्टमेंट की भी कई जानकारी लेते है. इन्वेस्टमेंट की साइट पर कई फर्जी साइट होती है और ठग आपको कई तरह के प्लान बताते है. पैसा इन्वेस्टमेंट से बड़े मुनाफा मिलने का लालच देकर ठगते है. साइबर फ्रॉड के तहत ऐसी कई फर्जी साइट सोशल मीडिया पर एक्टिव है,जो आपको एक हजार के बदले पांच हजार और पांच हजार के बदले 35 हजार का मुनाफा होने का मैसेज करती है. पहले आपसे कम राशि ट्रांसफर करने का कहा जाता है, फिर आपको मैसेज से सूचित करते है कि आपकी राशि पूर्व में बताई लाभ राशि के अनुसार इतनी गुना हो चुकी है. इस पर जीएसटी लग रहा है. आप जीएसटी का पैसा दे, हम आपके खाते में पूरा पैसा ट्रांसफर कर देते है. जैसे ही जीएसटी के राशि फर्जी साइट पर उनको ट्रांसफर करते है. साइबर ठग नंबर ब्लॉक कर देता है। आप साइबर फ्रॉड के शिकार हो जाते है. यदि साइबर फ्रॉड के शिकार हो चुके है। घबराए नहीं, बल्कि पुलिस के साइबर सेल के टोल फ्री नंबर 1930 पर तुरंत संपर्क करे.
बहुत सी फर्जी साइट मौजूद
इंदौर क्राइम ब्रांच और साइबर सेल के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने कहा कि क्रिप्टो करंसी इन्वेस्टमेंट की बहुत सी फर्जी साइट सोशल मीडिया पर मौजूद है। इन्वेसमेंट करने वाले सरकार द्वारा अधिकृत कंपनियों की जानकारी लेकर, उनको गूगल पर सर्च कर के पूर्ण जानकारी के साथ कंपनी की अधिकृत साइट पर ही अपना पैसा लगाए और सतर्क रहे।