फेड रिजर्व की बैठक के निर्णय का बाजार पर रहेगा असर

मुंबई 28 जुलाई (वार्ता) चालू वित्त वर्ष के बजट में कैपिटल गेन टैक्स में बढ़ोतरी किए जाने से बिकवाली का दबाव बढ़ने के बावजूद सप्ताह के अंतिम दिन हुई वैल्यू लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह करीब एक प्रतिशत चढ़े शेयर बाजार पर अगले सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक में ब्याज दर में कटौती को लेकर होने वाले निर्णय के साथ ही घरेलू स्तर पर वाहन बिक्री, औद्योगिक उत्पादन के आने वाले आंकड़े और कंपनियों के तिमाही नतीजे का असर रहेगा।

बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 728.07 अंक अर्थात 0.9 प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 81332.72 अंक के नये शिखर पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 303.95 अंक यानी 1.24 प्रतिशत मजबूत होकर 24834.85 अंक सार्वकालिक उच्चतम स्तर पर बंद हुआ

समीक्षाधीन सप्ताह में दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी जमकर लिवाली हुई। इससे मिडकैप 1446.64 अंक अर्थात 3.13 प्रतिशत चढ़कर 47706.67 अंक और स्मॉलकैप 1812.55 अंक यानी 3.5 प्रतिशत उछलकर 54294.35 अंक पर रहा।

विश्लेषकों के अनुसार, अगले सप्ताह 30-31 जुलाई को अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक होने वाली है। इस बैठक के नतीजे पर बाजार की नजर रहेगी। फेडरल रिजर्व के अधिकारियों से व्यापक रूप से उम्मीद की जा रही है कि वे अगले बुधवार को होने वाली बैठक में केंद्रीय बैंक की प्रमुख ब्याज दर को स्थिर रखेंगे। हालांकि कुछ अर्थशास्त्रियों का मानना है कि जुलाई में कटौती करने का सही समय है।

इसके अलावा अगले सप्ताह गुरुवार को जुलाई के वाहन बिक्री का आंकड़ा जारी होने वाला है। साथ ही जून का औद्योगिक उत्पादन आंकड़ा तथा टाटा स्टील, मारुति, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईटीसी, सन फ़ार्मा, टाइटन, कोल इंडिया, गेल, आईओसी, भेल, बीईएल, फाइजर, अदाणी पावर, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, डाबर और एस्कॉर्ट्स जैसी दिग्गज कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही का परिणाम आने वाला है। अगले सप्ताह बाजार की चाल निर्धारित करने में इन कारकों की भी अहम भूमिका रहेगी।

विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के उम्मीद से कमजोर तिमाही नतीजे से उसके शेयरों के करीब साढ़े तीन प्रतिशत तक गिरने से सोमवार को सेंसेक्स 102.57 अंक लुढ़ककर 80,502.08 अंक और निफ्टी 21.65 अंक बढ़कर 24,509.25 अंक रह गया।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के संसद में मंगलवार को चालू वित्त वर्ष के लिए पेश किए गए बजट में कैपिटल गेन टैक्‍स विशेषकर इक्विटी पर लॉन्‍ग टर्म और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स को बढ़ाने का प्रस्ताव निवेशकों को रास नहीं आया और उनकी भारी बिकवाली से दोपहर तक लुढ़का शेयर बाजार बाद में कृषि और उपभोक्ता क्षेत्र को समर्थन दिये जाने की घोषणा से संभल गया।सेंसेक्स 73.04 अंक उतरकर 80,429.04 अंक और निफ्टी 30.20 अंक फिसलकर 24,479.05 अंक पर बंद हुआ।

विदेशी बाजारों की गिरावट के बीच स्थानीय स्तर पर चालू वित्त वर्ष के बजट में कैपिटल गेन टैक्स में बढ़ोतरी से निराश निवेशकों की बिकवाली का शेयर बाजार पर बुधवार को भी असर रहा, जिससे सेंसेक्स 280.16 अंक की गिरावट लेकर 80,148.88 अंक और निफ्टी 65.55 अंक टूटकर 24,413.50 अंक पर रहा।

विश्व बाजार की गिरावट के बीच स्थानीय स्तर पर तिमाही परिणाम कमजोर रहने से एक्सिस बैंक के शेयरों के पांच प्रतिशत से अधिक गिरने से गुरुवार को सेंसेक्स 109.08 अंक टूटकर 80,039.80 अंक और निफ्टी 7.40 अंक की मामूली गिरावट लेकर 24,406.10 अंक पर आ गया।

वहीं, विश्व बाजार के सकारात्मक रुझान के बीच स्थानीय स्तर पर नीचे भाव पर हुई चौतरफा वैल्यू खरीददारी की बदौलत पिछले लगातार पांच कारोबारी दिवस की गिरावट से उबरकर शुक्रवार को शेयर बाजार नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सेंसेक्स 1292.92 अंक की छलांग लगाकर 81,332.72 अंक के सार्वकालिक उच्चतम स्तर और निफ्टी 428.75 अंक मजबूत होकर 24,834.85 अंक के नये शिखर पर पहुंच गया।

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