खुली सुनवाई में सामने आया मनमानी रूप से फीस बढ़ोतरी का ब्यौरा
नवभारत, जबलपुर। फीस बढ़ोतरी और अभिभावकों के द्वारा मिली शिकायत के निराकरण के लिए मंगलवार को कलेक्टर सभा कक्ष में पांच निजी स्कूलों की खुली सुनवाई रखी गई। इस खुली सुनवाई में पांचों स्कूलों की फीस बढ़ोतरी का ब्यौरा देखा गया था, जिसमें सामने आया है कि इन पांच निजी स्कूलों ने लगभग 50 करोड रुपए की मनमानिक तौर पर फीस बढ़ोतरी की है। वहीं इसके अलावा एक निजी स्कूल तो हर साल नई बीएमडब्ल्यू लग्जरी कारें और स्कूल स्टाफ के लिए दुबई ट्रिप जैसी सुविधा भी उपलब्ध कराता है। जिसको कलेक्टर ने जायज ना बताकर फीस का अनुपयोग करना बताया है। साथ ही इन सभी स्कूल संचालकों को एक हफ्ते के अंदर अन्य दस्तावेज पेश करने का भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही उनसे कॉपी- किताब यूनिफार्म आदि से संबंधित दस्तावेज का प्रतिवेदन भी प्रस्तुत करने के लिए कहा है, जिसकी जांच के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। खुली सुनवाई में जिला कोषालय अधिकारी सुश्री विनायिका लाकरा, जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी, जिला परियोजना समन्वयक योगेश शर्मा, उप संचालक कोष एवं लेखा साकेत जैन भी मौजूद थे।
स्कूलों ने वसूले करोड़ों रूपए
खुली सुनवाई में निजी स्कूलों की जाँच के रखे गये प्रतिवेदन में पाया गया कि सभी स्कूलों ने अभिभावकों से फीस के नाम पर करोड़ों रुपए वसूले हैं। जिसमें जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वारा लगभग 25 करोड़ 21 लाख रुपये, माउंट लिट्रा स्कूल द्वारा लगभग 3 करोड़ 39 लाख रुपये, स्प्रिंग डे स्कूल द्वारा लगभग 2 करोड़ 95 लाख रुपये, सेंट जोसफ स्कूल टीएफआईआर द्वारा लगभग 9 करोड़ 41 लाख रुपये तथा विज्डम वेली स्कूल द्वारा लगभग 10 करोड़ रुपये फीस के तौर पर अधिक वसूले गये हैं। खुली सुनवाई में इन स्कूलों की ऑडिट रिपोर्ट एवं आय-व्यय का व्यौरा भी रखा गया।
जॉय स्कूल की लक्जरी कार और दुबई ट्रिप
जॉय सीनियर सेकेंडरी स्कूल जरा बच्चों की फीस से वसूल करने के बाद उसे फीस से लगभग हर वर्ष बीएमडब्ल्यू जैसी लक्जरी कारें खरीदने तथा मैनेजमेंट एवं स्टॉफ के लिये दुबई की ट्रिप आयोजित की जाती थी। जिसको कलेक्टर ने अनुचित बताया तथा स्कूल प्रबंधन से कहा कि बच्चों से वसूली गई फीस से क्या ये करना जायज है।