सिंगरौली: प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण में लापरवाही बरतने पर डीईओ के प्रतिवेदन के आधार पर जिला पंचायत सीईओ ने देवसर विकास खण्ड क्षेत्र के 13 प्राधानाध्यापकों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुये नो वर्क नो पे के सिद्धांत के आधार पर तीन दिवस का अवैतनिक कर दिया है। आरोप है कि उक्त प्राधानाध्यपकों द्वारा एनएस के माध्यम से पोर्टल पर एमडीएम न बनने की गलत रिपोटिंग कि या था।गौरतलब है कि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण के सुचारू क्रियान्वयन, पर्यवेक्षण की दृष्टि से भारत सरकार ने विकसित आईव्हीआरएस-एएमएस प्रणाली के माध्यम से प्रति कार्यदिवस प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण एमडीएम वितरण की जानकारी एसएमएस के माध्यम से किए जाने के निर्देश हैं।
जिले के अन्तर्गत शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के प्रधानाध्यापकों द्वारा एसएमएस के माध्यम से पोर्टल में दोषपूर्ण तरीके से प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण एमडीएम न बनने की रिपोर्टिंग की गई है। जबकि प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण एमडीएम वितरण किया गया है। जिला समन्वयक सर्वशिक्षा अभियान के प्रतिवेदन 15 जुलाई के प्राप्त तथ्यों के आधार पर दोषपूर्ण लापरवाही पूर्ण करने से संबंधित संस्था के प्रधानाध्यापकों द्वारा शासन की महत्वाकांक्षी योजना के क्रियान्वयन में दोषपूर्ण कृत्य कारित किया गया है।
कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला के निर्देश पर एवं जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह के प्रतिवेदन के आधार पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने देवसर ब्लॉक के हिरालाल यादव प्राथमिक विद्यालय बुढ़ाडाड़ , राजेश रंजन अहिरवार प्राथमिक विद्यालय चटनिहा, शंखलाल कोल प्राथमिक विद्यालय गौरवा , उदयभान बंसल झखरावल, संजय वर्मा पीएस जोगिनी , शंकरलाल यादव एमएस जोगिनी, छोटई प्रसाद प्राजापति ब्यॉज देवसर , मिठाईलाल वर्मा एमएस सहुआर , रामनिवास मिश्रा पीएस गर्ल्स सहुआर , जनार्दन प्रसाद मिश्रा , प्रसिद्ध नारायण द्विवेदी जमुआर , केशरी प्रसाद मिश्रा एमएस सरहा के विरूद्ध नो वर्क नो पे के आधार पर तीन दिन की अवैतनिक करने का कार्रवाई किया है।
विद्यालय में आयोजित होंगे गुरू पूर्णिमा
कलेक्टर ने सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालय के प्रमुखों को निर्देशि जारी किया है कि 21 जुलाई को गुरू पूर्णिमा के अवसर पर जिले के सभी विद्यालयों में गुरू पूर्णिमा कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। 20 जुलाई की सुबह प्रार्थना सभा के पश्चात प्रार्थना स्थल पर शिक्षकों द्वारा गुरू पूर्णिमा के महत्व एवं पारंपरिक गुरू-शिष्य संस्कृत पर प्रकाश डालेंगे। प्राचीनकाल में प्रचलित गुरूकुल व्यवस्था एवं उसका भारतीय संस्कृ ति पर प्रभाव पर निबंध लेखन आयोजित किये जाएंगे। दूसरे दिन गुरूपूर्णिमा पर 21 जुलाई को विद्यालयों में वीणा वादिनी मॉ सरस्वती, गुरू वंदना एवं दीप प्रज्जवलन तथा माल्यार्पण, गुरूजनों एवं शिक्षकों का सम्मान तथा शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा गुरू संस्मरण पर संभाषण का कार्यक्रम होगा। दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजन के बाद प्रतिवेदन डीईओ कार्यालय सिंगरौली में उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया है।