अहिल्या पथ के साथ 40 किलोमीटर का नेटवर्क
इंदौर: आईडीए ने शहर के पश्चिम क्षेत्र में अहिल्या पथ बनाने का निर्णय लिया है। इसके साथ आठ गावों को आपस में जोड़ने वाली सड़कें भी बनेगी। यह सड़के चालीस किलोमीटर लंबी होगी। इन सड़कों में अठारह से लेकर पैतालीस मीटर चौड़ी सड़क शामिल है। खास बात यह की यह सब सड़कें भी मास्टर प्लान की हैं।
आईडीए ने तीन दिन पहले पीथमपुर से जोड़ने वाली अहिल्या पथ सड़क बनाने का निर्णय लिया था। यह पहले चरण में 15 किलोमीटर लंबी बनेगी। यह सड़क सुपर कॉरिडोर से करीब साढ़े तीन किलोमीटर आगे है। इस सड़क में आठ गांव की 14 सौ हेक्टेयर जमीन ली जा रही है। इस सड़क के साथ आठ गावों का सड़क नेटवर्क भी भी बनेगा , जो मास्टर प्लान 2021 का ही हिस्सा है। आठ गावों को आपस में जोड़ने वाली 40 किलोमीटर सड़कें भी होगी। उक्त 40 किलोमीटर की सड़के सब सुपर कॉरिडोर से जुड़ कर बनेगी।
मास्टर प्लान में इस तरह है सड़कें
मास्टर प्लान में आठों गावों को जोड़ने वाली 18, 24, 30 और 45 मीटर की सड़कों का भी निर्माण होगा। यह सब आपस में एक दूसरे गांव से जुड़ी होगी। इससे आगामी 2029 में होने वाले सिहस्थ में यातायात दबाव शहर में काम होगा।
यह है आठ गांव जो अहिल्या पथ में शामिल किए
रिंजलाय , जंबूरी हपसी, नैनोद, बुडानिया,लिंबोदी गारी, पाला खेड़ी, बड़ा बांगड़दा और रेवती है।
जमीनों की टीएनसीपी और अन्य अनुमतियों पर रोक
अहिल्या पथ सड़के लिए उपरोक्त सभी आठ गावों की जमीन पर कलेक्टर ने टीएनसीपी , डायवर्सन, निगम विकास अनुमति सहित सभी अनुमतियों पर रोक लगा दी है। इस क्षेत्र में अब सड़क निर्माण के लिए नई कॉलोनियों की अनुमति नहीं होगी।