हरारे 12 जुलाई (वार्ता) भारतीय क्रिकेट टीम शनिवार को चौथे मुकाबले में जिम्बाब्वे पर जीतकर दर्ज कर पांच मैचों की टी-20 श्रृंखला में अजेय बढ़त बनाकर सीरीज अपने नाम करने उतरेगी।
टी-20 विश्वकप के बाद अपने पहले दौरे पर जिम्बब्वे पहुंची भारतीय टीम को पहले मैच में अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि भारतीय टीम अगले दो मैचों में एकतरफा जीत दर्ज की। भारतीय टीम इस सीरीज में अभी 2-1 से बढ़त बनाये हुये है और वह चौथे मैच जीत सीरीज में अजेय बढ़त बनाने का प्रयास करेंगी। वहीं जिम्बाब्वे, भारत को पहले मैच की तरह चौकाकर श्रृंखला में वापसी का प्रयास करेगा। लेकिन उसे वापसी के लिए अपने क्षेत्ररक्षण में विशेष रूप से सुधार करना।
पिच और परिस्थितियों को देखा जाये तो हरारे की दोहरी उछाल वाली पिच पर अमूमन हाई स्कोरिंग गेम नहीं खेला जाता। पिछले 15 मैचों में केवल सात बार ही ऐसा हुआ है, जब पहली पारी में टीम ने 150 या उससे अधिक का स्कोर बनाया हो।
तीसरे टी-20 में भारतीय टीम में विश्व विजेता टीम के तीन सदस्य शिवम दुबे, यशस्वी जायसवाल और संजू सैमसन के टीम में शामिल होने के बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। यशस्वी जायसवाल को विश्वकप के दौरान मौका नहीं मिला था, लेकिन पिछले मैच में उन्होंने 27 गेंदों में 36 रन की पारी खेल दिखा दिया कि उनका फॉर्म अभी भी वही है, लेकिन इस मैच में वह बड़ी पारी खेलना चाहेंगे। विश्वकप के बाद क्रिकेट के कुछ दिग्गजों के संन्यास के बाद भारतीय टीम में में वॉशिंगटन सुंदर और अभिषेक शर्मा जगह बनाने का प्रयास कर रहे हैं। वॉशिंगटन की नजरें स्पिन हरफनमौला के रूप में टीम में जगह पक्की करने पर है। उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ अभी तक 4.5 की औसत से छह विकेट लिये। वहीं अभिषेक ने दूसरे टी20 में 46 गेंद में शतक लगाकर अपने बल्लेबाजी कौशल का प्रदर्शन किया है। संजू सैमसन और शिवम दुबे के लिये भी इस श्रृंखला में बहुत कुछ दांव पर है।
वहीं जिम्बाब्वे की बात की जाये तो उसके तेज गेंदबाज ब्लेसिंग मुजाराबानी, अर्धशतक जमाने वाले डियोन मायर्स का प्रदर्शन अच्छा रहा है। विकेटकीपर बल्लेबाज क्लाइव मडांडे ने तीन मैचों में दो महत्वपूर्ण पारियां खेलकर अपने कौशल का प्रदर्शन है कि भले ही वह बल्लेबाजी क्रम में बहुत नीचे सातवें नंबर पर आते हैं, लेकिन उनके पास दबाव वाले मैचों में बल्लेबाजी करने की क्षमता है। वह चौथे मैच में बड़ी पारी खेलना चाहेंगे।