विपक्ष का आरोप: गुपचुप चल रहा मप्र सबसे ऊंचे ध्वज, मंदिर का निर्माण
जबलपुर: नगर निगम में पंडित भवानी प्रसाद तिवारी सभा कक्ष में बजट बैठक के दूसरे दिन दिन भी हंगामेदार रही। मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोक झोक भी हुई। साथ ही शेरो शायरी का भी दौर चला। विपक्ष ने जहां सत्ता को मुद्दों पर घेरने की कोशिश की तो सत्ता वालों ने हर सवाल के जवाब भी दिए। विपक्ष की ओर से पार्षद अयोध्या तिवारी, अनुपम जैन, शफीक हीरा ने राष्ट्रीय ध्वज और निर्मित होने जा रहे भारत माता मंदिर के मुद्दे पर गुपचुप तरीके से काम करने एवं राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का विषय उठाया। महापौर ने कहा कि ये जननी जन्मभूमि हमसबकी मॉं है, ऐसी स्थिति में भारत माता मंदिर का विरोध हम बिल्कुल बर्दास्त नहीं करेगें।
विपक्ष को चाहिए की भारत माता मंदिर के बारे में मर्यादित रहें। महापौर ने अपने शब्दों को दोहराते हुए कहा कि सत्ता पक्ष विकास के लिए अग्रसर है, वहीं विपक्ष को सिर्फ शोर गुल कर सदन का समय खराब करने एवं जनता को गुमराह करने की दिशा में दिखावा करने का उद्देश्य है। सदन के दूसरे दिन विकास रूपी बजट पर चर्चा के दौरान महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू् ने सदन के सभी सदस्यों का यह कहकर दिल जीत लिया कि हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते हैं, मोहब्बत की इसी मिट्टी को संस्कारधानी और हिन्दुस्तान कहते हैं। महापौर के इस स्नेह पूर्ण उद्गार से पूरा सदन तालियों से उनका स्वागत किया।
डेढ़ साल में एक ईंट भी नहीं रखी
कांग्रेस पार्षद दल के सचेतक अयोध्या तिवारी ने राष्ट्रीय ध्वज और भारत माता मंदिर के मामले में आरोप लगाते हुए कहा कि घोषणा के डेढ़ साल बीत गए लेकिन एक ईंट भी नहीं रखी गई। काम गुपचुप तरीके से किया जा रहा है। वही महापौर ने कहा कि स्वयं पार्षद रहते हुए अयोध्या तिवारी ने उस स्थान का भूमि पूजन किया था। पूर्व बजट में भी घोषणा को शामिल किया गया था स्वीकृति उपरांत ही कार्य किया जा रहा है। भारत माता की मूर्ति की निविदा जारी होकर निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। जल्द ही भव्य भारत माता का मंदिर भी अपने स्वरूप में नजर आएगा।
15 मिनट रोकनी पड़ी बैठक
सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोक झोक इतनी बढ़ गई थी कि दोनों पक्षों को शांत करने 15 मिनट के लिए सदन की बैठक को स्थगित करना पड़ा था। इसके बाद पुन: बैठक शुरू हुई थी।
नेता प्रतिपक्ष पर साधा निशाना
भाजपा के वरिष्ठ पार्षद कमलेश अग्रवाल ने नेता प्रतिपक्ष अमरीष मिश्रा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा आज आप खुलकर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन डेढ़ साल तक जब आप सत्ता में थे तो आप कितने पार्षदों से फोन यह पूछते थे कि, आपके वार्ड में सफाई व्यवस्था के हालात क्या हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि सदन की अपनी एक गरिमा होती है, जिसका ख्याल रखना जरुरी है।
आंदोलन, अपशब्द, अमर्यादा की ये जगह नहीं
महापौर ने सदन में आग्रह किया कि आंदोलन, अपशब्द, अमर्यादा, की ये जगह नहीं है। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि शहर की सफाई व्यवस्था पूर्णत: पटरी पर है और जबलपुर संस्कारधानी में जलसंकट के साथ-साथ जलप्लावन की स्थितियों में भी बहुत कमी आई है और आगे और अधिक प्रयास किया जायेगा जिससे न जल संकट की समस्या रहेगी और न जलप्लावन की समस्या उत्पन्न होगी