बुधवार को वे उसे अस्पताल में दिखाने के लिए जबलपुर आईं। आज सुबह भाई के दोस्त शहाबुद्दीन के साथ गांव लौट रही थीं। इससे पहले रास्ते में किसी जगह महिला को बच्ची की झाड़-फूंक भी कराना थी। महिला के भाई सौरभ रजक ने बताया, ‘शहाबुद्दीन अधारताल का ही रहने वाला था। वह बरगी में प्राइवेट काम करता था। उसने कहा था कि दीदी को बोरीपार गांव छोड़ने के बाद वह बरगी काम पर निकल जाएगा। रास्ते में सामने से आ रहे पिकअप वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी।’
इकलौती बेटी
नीतू के पति राजू रजक पेशे से मजदूर हैं। कृत्रिका उनकी इकलौती बेटी थी। अक्सर बीमार रहा करती थी। नीतू बुधवार को जबलपुर आई। बच्ची को अस्पताल में दिखाने के बाद मायके में रुक गई। आज सुबह ससुराल जाते समय हादसा हो गया।