भोपाल, 4 जुलाई. मध्य प्रदेश में मोहन सरकार ने विपक्ष के जोरदार हंगामें के बीच सरकार ने बजट पेश किया. इसके साथ ही विपक्षियों के भी रिएक्शन आने शुरू हो गए हैं. मोहन सरकार ने प्रदेश के सभी वर्गों के लिए बड़ी घोषणाएं तो की हैं, लेकिन विपक्ष भी सरकार को घेरने के लिए पीछे नहीं है. प्रस्तुत प्रदेश के बजट का सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों ने स्वागत किया, वही विपक्ष ने बजट को दिवालिया सरकार का बजट बताया.
युवाओं, महिला सशक्तिकरण के लिए बेहतरीन बजट
राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने विधानसभा में पेश किए बजट को ऐतिहासिक बताया. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का यह बजट प्रदेश को संपूर्ण रूप से विकसित करेगा. यह बजट युवाओं, महिला सशक्तिकरण, किसान कल्याण, सामाजिक उत्थान, शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसरंचना, रोजगार-स्वरोजगार, औद्योगिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इसमें संस्कृति, पर्यटन, सभ्यता, सरोकार और गौरवशाली इतिहास को आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त आर्थिक संसाधन उपलब्ध कराए है.
समग्र विकास को नई ऊर्जा प्रदान करेगा – उपमुख्यमंत्री
उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में 16 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है. इससे एमपी के विकास की गति तेज होगी. शिक्षा व स्वास्थ्य, युवा और महिला सशक्तिकरण, सामाजिक उत्थान, अधोसरंचनाओं का विस्तार, रोजगार-स्वरोजगार, औद्योगिक विकास, पर्यावरण, संस्कृति के लिए पर्याप्त आर्थिक संसाधनों का प्रावधान किया है. स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए वर्ष 2024-25 हेतु रूपये 21 हजार 444 करोड़ का प्रावधान किया है, जो कि वर्ष 2023-24 के बजट अनुमान से 34 प्रतिशत अधिक है. सरकार ने 46 हजार से अधिक नवीन पदों का सृजन किया गया है. आगामी 2 वर्षों में इन पदों की पूर्ति के प्रयास है.
दिवालिया सरकार का बजट : जीतू पटवारी
मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि बजट को दिवालिया सरकार का बजट बताया है. उन्होंने कहा कि हमारी रेपुटेशन इतनी खराब हो चुकी है. प्रदेश सरकार को अब रिजर्व बैंक ने भी पैसे देने से मना कर दिया है. 90000 करोड़ रुपये सिर्फ लाड़ली बहना योजना के लिए चाहिए, प्रदेश में लोग गरीबी से आत्महत्या कर रहे हैं, बच्चे भूख से मर रहे हैं. रामायण जैसे वचन पत्र को दिखाकर वोट ले लिया परंतु उसे लागू नहीं कर रही. सरकार का यह बजट गरीब विरोधी है. यह सरकार तीन ‘सी’ वाली सरकार है, जिसने कर्ज, क्राइम और करप्शन से अपना नाता जोड़ा है. यह दिवालिया सरकार का बजट है.
विश्वासघात का बजट – कमलनाथ
पूर्व सीएम कमलनाथ ने 2024-25 के बजट को विश्वासघात वाला बजट कहा. उन्होंने एक्स पर लिखा कि मध्य प्रदेश सरकार का आज का बजट जनता से विश्वासघात वाला बजट है. चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश की जनता और मतदाताओं से जो प्रमुख वादे किए थे, वह सारे वादे वित्त मंत्री के बजट भाषण से ग़ायब दिखाई दिए. प्रदेश के किसानों, नारी शक्ति, नौजवानों और सभी वर्गों से किए गए चुनावी वादों को बजट में कोई स्थान नहीं दिया गया. विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश की जनता से जो चार प्रमुख वादे किए थे. घोषणाओं को बजट में कोई स्थान नहीं दिया और स्पष्ट कर दिया है कि यह सरकार जनविरोधी है. जनता से विश्वासघात करने वाली है और वादा-खिलाफी इसका स्वभाव है. इस बजट से मध्य प्रदेश की जनता को भारी निराशा हुई है.
शैक्षणिक परिदृश्य के बदलाव आएगा : उदय प्रताप
स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा है कि यह बजट 2024-25 मील का पत्थर साबित होने के साथ ही शैक्षणिक परिदृश्य में बदलाव लाएगा. इसके अप्रत्याशित सकारात्मक परिणाम सभी को शीघ्र ही दिखाई देंगे. बजट में सभी श्रेणियों के शैक्षणिक संस्थानों के विकास, अध्यापकों व अन्य मानव संसाधन की पदपूर्ति, सीएम राइज स्कूलों के निर्माण एवं विकास सहित अन्य सभी जरूरी आवश्यकताओं के लिये समुचित धनराशि का प्रावधान किया गया है. इससे विद्यार्थियों एवं अध्यापकों, दोनों को स्कूलों में सकारात्मक एवं उत्साहवर्धक वातावरण उपलब्ध होगा.
निराशाजनक बजट : जयवर्धन
विधायक जयवर्धन सिंह ने बजट को निराशाजनक कहा है. इसमें आम जनता को राहत नहीं दी गई है. पेट्रोल- डीजल, रसोई गैस में कोई राहत नहीं दी है. पिछले बजट में ही कही सारे काम अभी तक पूरे नहीं हुए है. भाजपा ने अपने घोषणापत्र में किए गए वायदों को एक भी पूरा नहीं किया है. यह बजट में दिखा. वैसे भी यह सरकार घोटाले बाज है. नर्सिंग घोटाले में मंत्री विश्वास सारंग को बचा रही है. हम उनसे इस्तीफा मांगा है. हमने आज इस बजट का पूरी तरह बहिष्कार किया है.