– पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के समझाने के बाद शांत हुआ हंगामा
मुरैना. नूराबाद थाना क्षेत्र में फैक्ट्री से निकले दूषित पानी से करुआ गांव के नजदीक पांच भैंसों की मौत हो गई। भैंसों की मौत से आक्रोशित किसानों ने फैक्ट्री का घेराव, धरना देकर हाइवे पर प्रदर्शन किया। सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश के बाद लोग शांत हुए।
जानकारी के अनुसार मंगलवार की शाम चार बजे आसन नदी में छोड़े गए फैक्ट्री के केमिकलयुक्त गंदे पानी में पहुंची भैंस बाहर नहीं निकल सकी और उसी में मौत हो गई। हाइवे पर संचालित सॉल्वेंट फैक्ट्री जिसमें डीओसी, राइस ब्रान मिलाकर सरसों तेल आदि तैयार किया जाता है, पास में ही एक अन्य फैक्ट्री जिसमें धान से चावल बनाया जाता है उपरोक्त फैक्ट्रियों से निकलने वाले केमिकलयुक्त गंदे पानी को टैंकर के माध्यम से नदी में डाला जा रहा है। नदी के पास भरे इस गंदे पानी में गई भैंसों की मौत हो गई। दूषित पानी को नदी में डालने का पूर्व में भी करुआ व आसपास के ग्रामीण विरोध कर चुके हैं। उस समय भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उपरोक्त केमिकल युक्त पानी को बंद करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन फैक्ट्री से निष्कासित हो रहे केमिकल युक्त पानी को भी आज भी आसन नदी में डाला जा हा है। इस पानी को पीने से ग्राम जड़ेरुआ थाना नूराबाद निवासी रघुनाथ गुर्जर की 3 एवं ऋषी गुर्जर की 2 भैंस मृत हुयी है उपरोक्त भैंसों की कीमत लगभग 4 लाख 50 हजार रुपए बताई गई है। उपरोक्त घटना से आक्रोशित करुआ तथा आसपास के ग्रामीणों ने फैक्ट्री के समक्ष धरने देकर प्रदर्शन किया। एसडीएम भूपेन्द्र सिंह, एसडीओपी बानमोर आदर्शकांत शुक्ला, तहसीलदार व पुलिस बल मौके पर पहुंचा औश्र भैंस मालिकों को समझाइश दी।और आश्वासन दिया कि संबंधित के खिलाफ नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी तथा मृत भैंसों के मालिकों को प्रशासन से उचित मुआवजा दिलाया जाएगा। मृत भैंसों का पीएम कराया गया है।