विंध्यनगर थाना क्षेत्र के ढोटी गांव की घटना, उभय पक्षों में गुरूवार के सुबह हुई थी मारपीट, मोतीचन्द्र ने आज उपचार के दौरान रात में तोड़ा दम
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 28 जून। विंध्यनगर थाना क्षेत्र के ग्राम ढोटी में निजी एवं नजूल भूमि के अतिक्रमण को लेकर दो पक्षों में करीब 12 वर्षों से विवाद चल रहा था कि बीते दिन कल गुरूवार की सुबह उभय पक्षों में जमकर लाठी-डंडा, रॉड, हॉकी चली। जहां उपचार के दौरान बीती रात बुजुर्ग मोतीचन्द्र गुप्ता साहू की मौत हो गई। बुजुर्ग की मौत के बाद आज सुबह जमकर हंगामा एवं बवाल हुआ।
दरअसल प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विंध्यनगर थाना क्षेत्र के ढोटी में शत्रुधन सिंह एवं मोतीचन्द्र साहू गुुप्ता पिता नान्हू गुप्ता उम्र 68 वर्ष के बीच करीब 12 वर्षों से पुराना जमीन विवाद चला आ रहा है। आरोप है कि शत्रुधन सिंह सरकारी जमीन में कब्जा कर लिया था। वही पड़ोसियों एवं मोतीचन्द्र गुप्ता के जमीन पर बेजा कब्जा किया हुआ था। जिसका मामला सिविल न्यायालय में भी चल रहा है। वही आरोपी शत्रुधन सिंह अपनी दबंगता एवं सरहंगता के बदौलत मोहल्लेवासी भी डरे, सहमे एवं बेवस नजर आ रहे थे। 26 जून को मोतीचन्द्र के जमीन पर आरोपी शत्रुधन सिंह ईटा परिवहन कराया था। जिसका वीडियों नाती रोहित शाह छत से बना रहा था। इसी बात को लेकर शत्रुधन सिंह, चंदन सिंह, रंजन सिंह, माल्ती सिंह एवं गीता सिंह ने अश£ील गाली गलौज कर पुत्री मनसा देवी एवं पत्नी सरस्वती शाह के साथ उक्त आरोपीगण धक्कामुक्की करते हुये लाठी-डंडे से मारपीट करने लगे। आरोपियों ने मोतीचन्द्र के सिर में गंभीर रूप से चोट पहुंचा दिया। जहां फरियादी की रिपोर्ट पर पुलिस ने उक्त आरोपियों के विरूद्ध मारपीट, गाली गलौज, जान से मारने की धमकी भादवि की धारा 307, 294, 323, 149, 506, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लेते हुये उपचार के निजी अस्पताल में शुरू कराया गया। वही इसके पूर्व शत्रुधन सिंह ने मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराया। इधर मोतीचन्द्र शाह का इलाज चल रहा था कि आधी रात को मौत हो गई और आज सुबह उक्त घटना को लेकर हंगामा एवं जमकर बवाल शुरू हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही निजी नर्सिंगहोम में विधायक सिंगरौली रामनिवास शाह, ननि अध्यक्ष सहित भारी संख्या में लोगबाग पहुंचने लगे। मृतक के परिजन जितेन्द्र शाह ने राजस्व नगर निगम के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुये मृतक शत्रुधन सिंह को संरक्षण देने की बात करने लगा। वही बताया कि नगर निगम की जमीन एवं नाली पर आरोपी ने कई सालों से जबरन कब्जा कर रखा है। प्रशासन भी दबंग के आगे बेवस है। आरोपी का आंतक पूरे मोहल्ले में है। इसके सरहंगता के आगे किसी की हिम्मत ख्ुालकर बोलने की नही होती। आरोपी ने दर्जनों गुर्गा पाल रखा है। यदि मोहल्ले में किसी से भी तूतू-मैंमैं होता है तो आधा घण्टा के अन्दर दो-तीन दर्जन लाठी-डंडा लेकर गुर्गे पहुंच आते हैं। मृतक के परिजनों ने इस बात पर अड़े थे कि तत्काल आरोपी का अवैध रूप से बने मकान को जमीदोंज किया जाए और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तार किया जाए। हालांकि विंध्यनगर टीआई अर्चना द्विवेदी व उनकी टीम ने रात में ही आरोपियों को अपने कब्जे में ले ली थी। टीआई अर्चना द्विवेदी ने उक्त घटना की संबंध में बताया की दोनों पक्षों के बीच कई सालो से जमीनी विवाद चला आ रहा है। दोनों पक्षों के बीच कल विवाद हुआ था। उभय पक्षों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही । वही उपचार के दौरान मोतीचन्द्र की मौत हो गई। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी के मकान पर चला ननि का बुल्डोजर
जानकारी के अनुसार आरोपी शत्रुधन सिंह अपनी दबंगता एवं धनधान्य से सपंन्न होने का भरपूर फायदा उठाते हुये ढोटी में करीब 120 फीट लम्बाई एवं 12 फीट चौड़ाई में सीट का मकान कई सालों से तैयार कर बिसलरी सहित अन्य पानी सप्लाई का काम कर रहा था । यह पानी का कारोबार वैध था या अवैध यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन आसपास के पड़ोसी बतातें है कि पानी का कारोबार अवैध था। मृतक मोतीचन्द्र के साथ मारपीट से हुई हत्या के बाद नगर निगम एवं राजस्व अमले की नींद टूट गई और मौके पर बुल्डोजर लेकर पूरे नजूल के भूमि पर अतिक्रमण को बुल्डोजर से ढहा दिया गया । वही ननि के नाली पर भी अतिक्रमण को ध्वस्त कराया गया। इस दौरान विधायक रामनिवास शाह, ननि अध्यक्ष देवेश पाण्डेय, एसडीएम सृजन वर्मा, ननि आयुक्त डीके शर्मा, टीआई अर्चना द्विवेदी, ननि कार्यपालन यंत्री व्हीपी उपाध्याय, टीआई अशोक सिंह परिहार सहित विंध्यनगर एवं नवानगर तथा कोतवाली का पुलिस बल भारी संख्या में मौजूद था।
आरोपी ने सड़क पर भी कर लिया था कब्जा
ढोटी के मोहल्लेवासियों का आरोप है कि हत्या का आरोप शत्रुधन सिंह नाली पर भी कब्जा कर रखा था। जिसके चलते यहां आये दिन वाहनों के जाम लगने से तूतू-मैंमैं की स्थिति निर्मित होती थी। पिछले वर्ष आरोपी के घर के सामने सड़क हादसा ुहुआ था। जहां हादसे का मुख्य वजह आरोपी के द्वारा अतिक्रमण किया जाना था। वही यह भी आरोप है कि जमीन में अतिक्रमण किये जाने का विवाद में राजस्व एवं ननि अमला की भूमिका को नजर अंदाज नही किया जा सकता है। तहसीलदार एवं एसडीएम के यहां से स्थगन आदेश कैसे मिल जाता है। इसे सब भलीभांति जानते भी हैं। यदि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई आज जिस नियम कायदे कानून के साथ ननि एवं राजस्व अमले ने किया है। यदि यही कदम उठा लिये होते तो शायद आज मोतीचन्द्र की जान न जाती। प्रशासन की भी नींद बड़े हादसे एवं बवाल के बाद ही नींद टूटती है और यहां मौजूदा तहसीलदार की कार्यप्रणाली जग जाहिर हो चुकी है।
जवाब देने से बचते रहे अधिकारी
ढोटी में जमीनी विवाद को लेकर बुजुर्ग की हुई हत्या के बाद आरोपी के मकान को जमीदोंज किये जाने के मामले में स्थानीय एवं जिला प्रशासन तथा नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी जवाब देने से क न्नी काटते रहे। राजस्व अधिकारी, ननि एवं ननि के अधिकारी राजस्व अधिकारियों का पक्ष लेने सलाह दे रहे थे। वही पीड़ित पक्ष का कहना है कि जमीन के मामले में डीएम, कमिश्नर एवं हाईकोर्ट से मेरे पक्ष में फैसला हुआ था। इसके बाद भी कब्जा नही मिला। जबकि सात साल पूर्व एसडीएम के यहां से भी अवैध कब्जा हटाने का आदेश था। ननि एवं स्थानीय राजस्व अमला ने अनसुनी कर दिया था