नयी दिल्ली 28 जून (वार्ता) भारत ने इटली में एक भारतीय कामगार सतनाम सिंह की नियोक्ता की लापरवाही के कारण हुई मौत पर रोष प्रकट किया है और प्रवासी भारतीय श्रमिकों के साथ मानवीय व्यवहार किये जाने पर जोर दिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यहां नियमित ब्रीफिंग में पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह बात कही।
उत्तरी इटली में हुई इस घटना के बारे में पूछने पर प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय कामगार सतनाम सिंह के नियोक्ता, जिनकी उन्हें चिकित्सा देखभाल प्रदान करने की जिम्मेदारी थी, को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच चल रही है।
हम इस तरह के व्यवहार की निंदा करते हैं।
हम श्रमिकों के साथ मानवीय व्यवहार का आह्वान करते हैं।
हम उनके परिवार को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।
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लेबनान के हालात पर एक सवाल के जवाब में श्री जायसवाल ने कहा, “वहां 2000-3000 भारतीय रहते हैं।
हमारा दूतावास उनके संपर्क में है।
हमने कोई यात्रा परामर्श जारी नहीं किया है, लेकिन हमने अपने लोगों को हमारे दूतावास के संपर्क में रहने की सलाह दी है।
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श्रीलंका में पकड़े गए मछुआरों के बारे में एक प्रश्न के उत्तर में प्रवक्ता ने कहा कि हमने हमेशा अपने मछुआरों के कल्याण को सर्वोच्च महत्व दिया है, जो बड़े पैमाने पर पकड़े जाते हैं, और हमने उन्हें वापस लाने की पूरी कोशिश की है।
जहां तक इन दस मछुआरों का सवाल है, हमारे लिए उनकी रिहाई बहुत महत्वपूर्ण है।
भारतीय उच्चायोग इस मामले से अवगत है।
विदेश मंत्रालय भी इस मामले से अवगत है और हमने इस मुद्दे को श्रीलंकाई पक्ष के साथ उठाया है, हम देखेंगे कि इसे कैसे आगे बढ़ाया जाए।
अमेरिकी उप विदेश मंत्री कुर्त एम. कैंपबेल के गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश और भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर टिप्पणी को लेकर पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “हमने आपके द्वारा संदर्भित मामले पर एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।
उच्च स्तरीय समिति उन पहलुओं पर गौर कर रही है और जब निष्कर्ष सामने आएंगे, तो हम उस दिशा में उचित कार्रवाई करेंगे।
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