नवभारत
महिदपुर। नगर के समीप करीब डेढ़ किलोमीटर दूर बस पूरी तरह दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। जिसमें करीब 26 यात्री घायल हो गये और शेष को मामूली चोटें आयी है। जिन्हें महिदपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जाता है कि महिदपुर व्हाया नारायणा रोड जो कि अब गड्ढे में तब्दील हो चुका है। जहां पर आये दिन दुर्घटनाएं गड्ढों की वजह से हो रही है। लेकिन विभाग अभी भी गहरी नींद में सोया हुआ है। शायद किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार किया जा रहा है। सोमवार को सुबह 11 बजे एम. यादव की सवारी बस क्रमांक एमपी 13 पी 2787 उज्जैन से महिदपुर जा रही तभी सेकाखेड़ी के समीप बाइक सवार को बचाने में बस पलटी खा गयी। जिसमें करीब 26 यात्री घायल हो गये। वहीं चार गंभीर घायलों को उज्जैन रेफर किया गया है। सवारियों ने बताया कि ड्रायवर बस को तेज गति से चल रहा था और सडक़ के गड्ढों से भी नहीं बचा रहा था। जिसके चलते बाइक सामने आने से ड्रायवर बस से नियंत्रण खो बैठा और बस दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। घटना की जानकारी लगते ही जिला पंचायत सदस्य प्रताप सिंह आर्य, मनोहर सिंह आंजना भी अस्पताल पहुंचे और घायलों का हाल जाना और चिकित्सकों से अच्छे से उपचार की मांग की। इधर थाना प्रभारी राजवीर सिंह गुर्जर ने जानकारी देते हुए, बताया कि मामले में प्रकरण दर्ज कर चालक की तलाश की जा रही है। घायलों को महिदपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गड्ढों की भरमार
महिदपुर से व्हाया नारायणा रोड काफी जर्जर हालत में हो चुका है और इसमें गड्ढों की भरमार हो चुकी है। ऐसे में यहां पर बसों की रफ्तार भी अधिक रहती है। क्योंकि बसों का समय पर संचालन हो इसको लेकर बसों में रेस लगी रहती है। फिर इन्हें सवारियों की चिंता नहीं रहती है और ना ही सडक़ों पर हो रहे गड्ढे नजर आते हैं। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी नींद में सोये हुए है इन्हें किसी के जानमाल की कोई सुध नहीं है। इसके पूर्व भी एक वाहन इसी रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो चुका था और छोटे बड़े वाहनों में अनेक बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है।