नयी दिल्ली, 21 जून (वार्ता) संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि प्रोटेम स्पीकर के मुद्दे पर कांग्रेस ने राजनीति शुरु कर दी है और वह उस नियम को नजरअंदाज कर रही है जिसके तहत सबसे लम्बे समय तक लगातार सदस्य रहे सांसद को चुना जाता है।
श्री रिजिजू ने शुक्रवार को यहां संसद भवन परिसर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नियम के अनुसार सबसे लम्बे समय तक लगातार श्री भर्तृहरि महताब लोकसभा के सांसद रहे हैं और उन्हें ही प्रेाटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जनादेश आ गया है और उम्मीद की जा रही थी कांग्रेस सच बोलेगी, लेकिन वह नियमों को ताक पर रखकर झूठ बोल रही है कि श्री के. सुरेश सबसे लम्बे समय तक सदस्य रहे हैं जबकि सच यह है कि वह लगातार सांसद नहीं रहे। श्री महताब लगातार सात बार से लोकसभा सदस्य हैं।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने चुनाव में झूठ बोला और अब संसद सत्र शुरू होने के पहले फिर झूठ बोल रही है। प्रोटेम स्पीकर को लेकर कांग्रेस बेवजह मुद्दा बना रही है। सरकार के पास बहुमत है, लेकिन अध्यक्ष कौन होगा, प्रोटेम स्पीकर कौन होगा ये फैसला मिलकर करना है। प्रोटेम स्पीकर का मुद्दा बनाना फिजूल है क्योंकि यह एक प्रक्रिया है।”
श्री रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस प्रोटेम स्पीकर के मामले में देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। जनता ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को सरकार चलाने का बहुमत दिया है और कांग्रेस को विपक्ष में बैठने का तो जनता का आदेश मानना चाहिए और गुमराह करने वाली राजनीति नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रोटेम स्पीकर का पद अस्थाई होता है और उनका काम सिर्फ सदस्यों को शपथ दिलाने का होता है और प्रोटेम स्पीकर सदन का कोई कामकाज नहीं कराते हैं। पहले से ही तय है कि प्रोटेम स्पीकर सदन का कोई सबसे पुराना सदस्य ही होता है और श्री महताब लगातार सात बार से सांसद हैं।
श्री रिजिजू ने आठ बार के सांसद कांग्रेस के. सुरेश को लेकर बताया कि वह 1998 और 2004 में लोकसभा सदस्य नहीं थे। नियम है कि जो लगातार सबसे ज्यादा बार चुनाव जीता है उसे प्रोटेम स्पीकर का दायित्व सौंपा जाता है और इस बार भी यही हो रहा है। पहले भी ऐसा हो चुका है। पिछली लोकसभा में वरिष्ठ सदस्य वीरेंद्र कुमार प्रोटेम स्पीकर थे जिन्होंने लगातार जीत दर्ज की थी जबकि उनसे वरिष्ठ मेनका गांधी थीं, लेकिन उनका टर्म ब्रेक हुआ था इसलिए उनकी जगह श्री कुमार को प्रोटेम बनाया गया था।