अदन, यमन, 19 जून (वार्ता) कुछ दिन पहले यमन के हाउती समूह के हमले का शिकार हुआएक व्यापारिक जहाज लाल सागर में डूब गया है।
यह जानकारी अंतरराष्ट्रीय शिपिंग आपात स्थितियों से निपटने के लिए ब्रिटिश नौसेना की इकाई यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (यूकेएमटीओ) ने दी है।
यमन सरकार के तटरक्षक अधिकारियों ने हमलों के तुरंत बाद चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि ग्रीक स्वामित्व वाले बल्क कैरियर “ट्यूटर” को 12 जून को यमन के बंदरगाह शहर होदेइदाह से लगभग 66 समुद्री मील दक्षिण-पश्चिम में दो बार निशाना बनाया गया था।
हाउती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने दावा किया कि समूह ने जहाज को “एक मानवरहित नाव, कई ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों” से निशाना बनाया, जिससे गंभीर क्षति हुई और जहाज “डूबने के खतरे में” पड़ गया।
उन्होंने मालवाहक जहाज के मालिक पर इजरायली बंदरगाहों में प्रवेश करने पर हाउती प्रतिबंध का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर हमले को उचित ठहराया।
तटरक्षक अधिकारियों ने कहा कि एक मानवरहित नाव के पिछले हिस्से में विस्फोट हुआ, जिससे जहाज के पतवार में बड़ा रिसाव हो गया।
एक अधिकारी ने बताया कि पहले हमले के तुरंत बाद जहाज ने संकट की सूचना दी थी।
अधिकारियों ने बताया कि खोज प्रयासों के बावजूद, 21 बहुराष्ट्रीय चालक दल के सदस्यों में से एक लापता सदस्य का पता नहीं चल पाया है।
घटना के बाद, यूकेएमटीओ ने 15 जून को कहा कि जहाज के चालक दल को सैन्य अधिकारियों द्वारा निकाल लिया गया है, और जहाज को पानी में छोड़ दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले नवंबर से हाउती लाल सागर और बाब अल-मंदाब जलडमरूमध्य में सैन्य अभियान चला रहे हैं, और उन जहाजों को निशाना बना रहे हैं, जिनके बारे में उनका दावा है कि वे इज़राइल से जुड़े हैं या इज़रायल जा रहे हैं।
हाउती के हमलों के जवाब में अमेरिका और ब्रिटेन ने जनवरी में एक सैन्य अभियान शुरू किया, जिसमें समूह को रोकने के लिए यमन के भीतर हाउती के ठिकानों पर मिसाइल हमले किए गए।
इसके बाद जवाबी कार्रवाई में हाउती समूह ने अपने लक्ष्य के दायरे का विस्तार करते हुए अमेरिकी और ब्रिटिश वाणिज्यिक और सैन्य जहाजों को भी शामिल कर लिया।