जबलपुर:जिले के अंदर पिछले साल और इस वर्ष भी कई बार खरीदी केन्द्रों और वेयरहाउसों के अंदर धांधली सामने आई है। जिसमें वेयरहाउस के अंदर रखा हुआ अनाज पूरी तरह से सड़ गया है या फिर खरीदी के समय ही वेयरहाउस संचालक और खरीदी प्रबंधकों की मिलीभगत से घुना हुआ, अमानक अनाज खरीद लिया गया, जिसको भंडारित करके वेयरहाउस में रख दिया गया है। परंतु इसकी जांच न होने के कारण यह साल भर रखा रहेगा और सरकार द्वारा इसका किराया चुकता रहेगा। नियमानुसार फसलों की खरीदी से लेकर उनके भंडारण तक नियमित रूप से जांच चलनी चाहिए, उसके अलावा जब भंडारण हो जाता है उसके बाद भी समय-समय पर वेयरहाउस के अंदर रखे अनाज की जांच और भौतिक सत्यापन होना चाहिए। लेकिन नियम बनाने वाले ही नियमों की अवहेलना करते हैं और जांच न होने से अंदर ही अंदर गोरख धंधा चलता रहता है।
जिनका काम गड़बड़ी पकडऩा उनकी भी धांधली में हिस्सेदारी
शासन द्वारा तय की गई नीति और नियमों का पालन करने की जिम्मेदारी प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारियों की होती है। जिसमें अधिकारीयों कर्मचारी मिलकर ही सभी नियमों के द्वारा बनाई गई नीति से कार्य करते हैं और साथ में कार्य करवाते भी हैं। परंतु जिले में पिछले सालों से सामने आ रही धान, गेहूं और मूंग की खरीदी के साथ वेयरहाउस के भंडारण में अधिकारी और कर्मचारियों की बराबर से ही भूमिका और हिस्सेदारी रही है। जिसमें कार्यवाही होने के बाद पता चलता है कि नियमों को बनाने वाले ही अधिकारी- कर्मचारी, जेएसओ, सर्वेयर समिति प्रबंधक, शाखा प्रभारी सहित अन्य लोग गड़बड़ी धांधली और इस गोरख धंधे में बराबर के हिस्सेदार रहते हैं। हालांकि बड़ी गड़बड़ी और कार्यवाहियों में कुछ अधिकारी और कर्मचारियों को दंड स्वरूप निलंबन या सस्पेंड की कार्यवाही होती है। लेकिन बहुत से अधिकारी कर्मचारी इस मामले से बच निकलते हैं। जिसके चलते आगे और भी धांधली इन खरीदी और भंडारण के मामले में सामने आती रहती है।
साल में कई बार पकड़ी गई धांधली
पिछ्ले वर्ष कई बार वेयरहाउस के अंदर धांधली पकड़ी गई थी। जिसमें शहपुरा के अरिहंत वेयरहाउस में समर्थन मूल्य में खरीदा गया लाखों का गेहूं गायब मिला था। जिसकी कीमत लगभग 50 लाख़ रुपए थी। इसके पीछे वेयरहाउस संचालक और कर्मचारियों पर घोटाले का आरोप लगा था। इसके अलावा मझौली के सियाराम वेयरहाउस में मूंग खरीदी और भंडारण में गड़बड़ी सामने आई थी। अब हाल ही में राघव वेयरहाउस में साल भर से सड़ा और घुना हुआ गेंहू रखा पाया गया है, हाल ही में जगदीश वेयरहाउस मझौली में अमानक गेहूं का भण्डारित किया गया। साथ ही भारी गड़बडिय़ों के साथ अनियमितताएं मिली। जांच में वेयरहाउस में 5834 बोरी गेहूं अमानक पाया गया। इसके अलावा गोदाम का भौतिक सत्यापन करने पर गोदाम में 3366 बोरियों वजन 1683 क्विंटल गेहूं स्टॉक में कम पाया गया।जिसकी भी प्रशासन को भनक नहीं थी, निरीक्षण के बाद इसका खुलासा हो पाया है।
इन सभी की मिलीभगत, निर्देशों का उल्लंघन
7 जून को मझौली जमुनिया स्थित जगदीश वेयरहाउस में हुई जांच के बाद अमानक गेहूं पाया गया था, जांच करने में आगे पता चला कि इस गड़बड़ी में खरीदी प्रभारी प्रकाश चन्द्र कुशवाहा, वेयरहाउस के मालिक एवं उसे किराए पर लेने वाले केशव राय तथा अखिलेश राय, वेयरहाउस कॉर्पोरेशन के गोदाम प्रभारी संदीप राजपूत, शाखा प्रबंधक, एनपीडब्यूेयर एलसी एवं मार्कफेड के सर्वेयर गनपत पटैल द्वारा मप्र शासन, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, भोपाल, द्वारा जारी रबी उपार्जन नीति 2024-25 के प्रावधानों शासन के आदेशों – निर्देशों का उल्लंघन किया जाना पाया गया है।