14.58 करोड़ रुपये के साथ मिली विदेशी मुद्रा, करोड़ों के मोबाइल, लेपटॉप और उपकरण बरामद, मुख्य आरोपी फरार
उज्जैन। सट्टा कारोबार में उज्जैन पुलिस को सबसे बड़ी सफलता हाथ लगी है जो पूरे प्रदेश में अब तक होना सामने नहीं आई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चल रही सट्टा खाईवाली में शामिल मुख्य आरोपी फरार हो चुका है। नौ लोगों को हिरासत में लिया गया है। 14. 58 करोड रुपए नगद बरामद किए गए हैं। विदेशी मुद्रा के साथ लाखों रुपए कीमत के मोबाइल, लैपटॉप आईपैड अन्य उपकरण भी पुलिस ने जब्त किया है।
अमेरिका-वेस्टइंडीज के मैदानों पर शुरू हुई टी 20 वल्र्ड कप क्रिकेट प्रतियोगिता के बाद से क्रिकेट सट्टे को लेकर उज्जैन पुलिस पूरी तरह से अलर्ट थी। कुछ दिन पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन सट्टा चलने की सूचना एसपी प्रदीप शर्मा को मिली। उन्होंने क्राइम ब्रांच और साइबर टीम को जानकारी एकत्रित करने के लिए निर्देश जारी की है। गुरुवार-शुक्रवार रात सट्टा खाईवाली के दो स्थानों का सुराग मिल गया। नीलगंगा और खाराकुआं पुलिस टीम के साथ आधी रात को छापा मारा गया। इंदौर रोड फोरलेन पर 19 ड्रीम्स कॉलोनी के एक मकान से 9 युवकों को हिरासत में लिया गया। मकान से पुलिस टीम को वल्र्ड कप प्रतियोगिता में बांग्लादेश और नीदरलैंड के बीच चल रहे मैच पर सट्टा लगाने और खाने के साथ बड़ी मात्रा में उपकरण मिल गए। 11 लैपटॉप, 41 मोबाइल फोन और अन्य उपकरण जब्त किए गए। हिरासत में लिए गए युवकों में गौरव पिता सूरजमल जैन (26) आकाश पिता अजय मसीही (26), मयूर पिता विजय जैन (30), रोहित पिता सुरजीत सिंह (26) निवासी नीमच के साथ माता नगर लुधियाना पंजाब के रहने वाले गुरप्रीत पिता सरदार सिंह (36), सतप्रीत पिता परमजीत सिंह (34), चेतन पिता स्व. पूरनचंद नेगी (37) और हरीश पिता राजमल (36) निवासी डाक बंगला राजस्थान थे। सभी ने मुसद्दीपुरा में रहने वाले पीयूष चौपड़ा के साथ मिलकर सट्टाखाई वाली करना बताया। पुलिस पहले ही पीयूष के मुख्य आरोपी होने का सुराग तलाश चुकी थी। उसके मकान पर मुसद्दीपुरा पहुंचकर छापा मारा गया। पीयूष भाग निकला था उसके मकान से बड़ी संख्या में नगद नोटों का जखीरा, विदेशी मुद्रा के साथ बरामद हो गया। मकान से 14.58 करोड़ नगद, करोड़ों की विदेशी मुद्रा और लैपटॉप जब्त किया गया। नोटों की संख्या इतनी अधिक थी कि उन्हें बैगों में भरकर 19 ड्रीम्स कॉलोनी के मकान पर लाया गया। जहां रात भर पुलिस टीम द्वारा नोटों को मशीन से गिनती रही।
प्रापर्टी करोबार की आड़ में खाईवाली
आईजी संतोष कुमार सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि सट्टा कारोबार का मुख्य सरगना पीयूष चौपड़ा है। वह प्रापर्टी का कारोबार भी करता है। हिरासत में लिये गये युवकों से पूछताछ में पता चला कि उन्हें पीयूष ने ही सट्टा खाईवाली के संसाधन उपलब्ध कराये थे। हिसाब वहीं करता था। जिसे पेनडाईव में सेव किया जाता था। आईजी ने बताया कि सट्टे के लिये अंतर्राष्ट्रीय एप्लीकेशन लंदननेक्च 9 का उपयोग किया जाता था। हिरासत में आये युवकों के पास से राष्ट्रीय, अंतराष्ट्रीय सीम मिली है। पूरा काम हाईटेक एप्लीकेशन और डिवाईस के माध्यम से होना सामने आया है। जिसकी जांच की जा रही है। जब्त मोबाइल, लेपटॉप, पेनड्राईव का रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर से जुड़े लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है।
ईडी इंकटैक्स को दी गई सूचना
ईडी-इंकमटैक्स को दी गई सूचना
आईजी ने बताया कि 14.50 लाख नगद और विदेशी मुद्रा मिलने पर ईडी और इंकमटैक्स विभाग को सूचना दी गई है। फरार पीयूष की तलाश जारी है, उसके घर से पासपोर्ट मिले हैं। उसके देश से बाहर भागने की संभावना को देखते हुए लुक आऊट नोटिस जारी कराया जा रहा है। जल्द उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उसके बाद कई नाम ओर सामने आ सकते हैं।