कोयंबटूर, (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के लिए वोट जुटाने के लिए सोमवार शाम तमिलनाडु की टेक्सटाइल नगरी कोयंबटूर में एक घंटे तक रोड शो किया।
चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा दो दिन पहले चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद राज्य में श्री मोदी का यह पहला रोड शो है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के अपदस्थ समन्वयक ओ.पन्नीरसेल्वम और अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम (एएमएमके) संस्थापक जैसे नेताओं ने भी रोड शो में हिस्सा लिया। इसके अलावा राज्य इकाई के शीर्ष भाजपा नेताओं ने रोड शो में शामिल रहे।
प्रधानमंत्री के रोड शो कार्यक्रम के मद्देनजर शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। रोड शो मेट्टुपालयम रोड पर साईं बाबा कॉलोनी से शुरू हुआ और तीन किलोमीटर की दूरी तय करते हुए आरएसपुरम में प्रधान डाकघर के सामने समाप्त हुआ।
भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष के.अन्नामलाई और केंद्रीय मंत्री एल.मुरुगन के साथ सफेद कुर्ता और पायजामा पहने और गले में भाजपा का ‘कमल चिह्न’ अंकित केसरिया-हरा रंग का शॉल लिए श्री मोदी एक खुली जीप में यात्रा की। इस दौरान सड़क के दोनों तरफ पंक्तिबद्ध लोगों ने उत्साहपूर्वक उनका स्वागत किया। वहीं, श्री मोदी ने दोनों हाथ उठाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया। इस दौरान ‘मोदी, मोदी’ के नारे गूंजने लगे।
रोड शो वाले इलाके को शानदार ढंग से सजाया गया था और रास्ते भर पार्टी के झंडे लहरा रहे थे। पूरे रास्ते में श्री मोदी के जयकारे वाली झालरें लगी हुई थीं। बड़ी संख्या में महिलाओं सहित हजारों भाजपा कार्यकर्ता और जनता श्री मोदी से मिलने के लिए सड़क के दोनों ओर कतार में खड़े थे।
हाथों में बैनर और तस्वीरें लिए हुए लोगों ने श्री मोदी की कार पर फूलों की पंखुड़ियाँ बरसाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान मुस्कुराते हुए प्रधानमंत्री ने अपना हाथ हिलाकर जवाब दिया और हाथ जोड़कर उनका अभिवादन स्वीकार किया।
रोड शो के दौरान 20 से अधिक मंच बनाए गए थे। जिसमें श्री मोदी ने केंद्र द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से मुलाकात की।
स्थानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों को प्रदर्शित भी किया गया। कलाकारों ने ढोल की थाप, पारंपरिक थाविल और नागस्वरम वाद्ययंत्रों के वादन और तालवादकों के प्रदर्शन के बीच मयिलाट्टम, ओयिलट्टम, पोइकल कुथिराई जैसी पारंपरिक कलाओं का प्रदर्शन किया।
पहले से ही लागू आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए रोड शो में पड़ोसी संसदीय क्षेत्रों के भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया।
गौरतलब है कि पुलिस ने शुरुआत में यहां चल रही परीक्षाओं , यातायात जाम, संवेदनशील क्षेत्रों से गुजरना और लोगों को असुविधा पहुंचाना जैसी बातों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री के रोड शो की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद भाजपा के एक पदाधिकारी द्वारा दायर याचिका पर मद्रास उच्च न्यायालय ने कोयंबटूर पुलिस को निर्देश दिया था कि पुलिस को आयोजन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं प्रदान करनी होंगी और इसके सुचारू संचालन के लिए कदम उठाने होंगे।
रोड शो के मद्देनजर शहर के कुछ हिस्सों में यातायात परिवर्तन की घोषणा की गई थी। इस रोड शो के बाद श्री मोदी रात्रि विश्राम के लिए रेसकोर्स रोड स्थित सर्किट हाउस चले गये। वह मंगलवार सुबह कोयंबटूर हवाई अड्डे से हेलिकॉप्टर द्वारा केरल के पलक्कड़ के लिए रवाना होंगे और उनका कल तमिलनाडु के सलेम जिले में भाजपा की चुनावी बैठक में भी शामिल होने का कार्यक्रम है।
लोकसभा चुनाव में श्री मोदी का यह मिशन दक्षिण है और भाजपा इस बार दक्षिणी राज्य तमिलनाडु, आंध्र, कर्नाटक, तेलंगाना और केरल में पांच सीटों में से अधिक सीटों पर नजर गड़ाए हुए है।
यही कारण है कि श्री मोदी की यात्रा दक्षिणी राज्यों पर केंद्रित रही है और दक्षिण भारत में अपनी छाप छोड़ने के लिए वे अक्सर चुनाव संबंधी बैठकों को संबोधित करते रहे हैं।
भाजपा हालाँकि कर्नाटक में सरकार बनाने में नाकामयाब रही, लेकिन वह को तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक और उसके पूर्व सहयोगी और अब विपक्षी अन्नाद्रमुक के द्रविड़ किले को तोड़ने का मौका मिल रहा है, जो अक्सर चुनावों के दौरान उन पर सवार हो जाती है और अतीत में कुछ सीटें जीतने के लिए कामयाब हो जाती है।