नयी दिल्ली 13 जून (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-7 आउटरीच शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली रवाना होने से पहले कहा कि उन्हें इस सम्मेलन में उन मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिलेगा जो वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण हैं।
श्री मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल की पहली विदेश यात्रा पर रवाना होने से पहले अपने वक्तव्य में यह बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के निमंत्रण पर, मैं 14 जून 2024 को जी-7 आउटरीच शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली के अपुलिया क्षेत्र की यात्रा कर रहा हूं। मुझे खुशी है कि लगातार तीसरे कार्यकाल में मेरी पहली यात्रा जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली की है।”
उन्होंने कहा, “मैं 2021 में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए अपनी इटली यात्रा को गर्मजोशी से याद करता हूं। पिछले साल प्रधानमंत्री मेलोनी की भारत की दो यात्राएं हमारे द्विपक्षीय एजेंडे में गति और गहराई लाने में सहायक सिद्ध हुईं हैं। हम भारत-इटली रणनीतिक साझीदारी को मजबूत करने और भारत-प्रशांत और भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
श्री माेदी ने कहा, “आउटरीच सत्र में चर्चा के दौरान कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन और आगामी जी7 शिखर सम्मेलन के परिणामों के बीच अधिक तालमेल लाने और उन मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का अवसर होगा जो वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले अन्य नेताओं से मिलने के लिए भी उत्सुक हैं।