मां ने कहा:मेरा बेटा देश के लिए शहीद
छिंदवाडा। मंगलवार को जम्मू काश्मीर के कठुआ जिले के हीरानगर के सुखल गांव में आतंकी हमले में सीआरपीएफ जवान कबीर दास ऊइके घायल हो गया। जिसकी बुधवार को इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। खबर मिलते ही उसके परिवार सहित पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। मां ने नम आंखों से कहा मेरा बेटा देश के लिए शहीद हो गया है। उसने जिले ही नहीं देश का नाम रौशन किया है। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री से अपील की है कि जिन आंतकवादियों ने मेरे बेटे को मारा है उन्हें न छोड़ा जाए। वही पत्नी के रो-रो कर बुरा हाल है। उन्होंने भी कहा मेरे पति देश के लिए शहीद हुए है। बताया जा रहा है कि हवाई जहाज से उसका पार्थिव शरीर शाम तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। उसकी गृहग्राम में ही शहीद को अंतिम विदाई दी जाएगी। प्रशासन अंतिम संस्कार के पुख्ता इंतजाम कर रहा है। बताया जा रहा है कि कल शहीद को अंमिक विदाई दी जाएगी। शहीद कबीर दास ऊइके उम्र 35 साल का सन् 2011 में सीआरपीएफ में चयन हुआ था। शहीद कबीर की 4 साल पहले ममता उइके से विवाह हुआ था। परिवार में एक छोटा भाई और मां है। वही दो बहनों की शादी हो चुकी है। शहीद कबीर की अभी कोई संतान नहीं है। शहीद का शव अभी घर नही पहुचा है। इस दौरान छिंदवाडा सांसद विवेक बंटी साहू ने उनके घर पहुंचकर खेद व्यक्त कर परिवार को ढांढस बंधाया है। परिवार की हर संभव मदद देने का भरोसा जताया।
पिछले महीने भी एक जवान हुआ शहीद 0000000000000
बता दें कि पिछले महीने भी नोनिया निवासी विक्की पहाड़े जम्मू कश्मीर के पुछ में आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। इसके पहले पंचशील कालोनी के अमित ठेंगे, रोहना, सर्रा, जुन्नारदेव के जवान भी शहीद हो चुके है। इन शहीदों ने छिंदवाड़ा का नाम रौशन किया है।
गार्ड ऑफ ऑनर के साथ होगी अंतिम विदाई 0000000000000000
शहीद कबीर दास उइके का पार्थिव शरीर सीआरपीएफ की विशेष टीम विमान से छिंदवाड़ा लेकर पहुंचेगी। इसके बाद यहां से पार्थिव शरीर विशेष वाहन से उनके गृहग्राम ले जाया जाएगा। इस दौरान उन्हें जगह जगह श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद वहां के मोक्षधाम में गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।