भिंड, 11 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश के भिंड जिले के फूप कस्बे में अचानक उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है। इस बीमारी से पीड़ित मरीज एक दिन में एक दर्जन से ज्यादा स्थानीय चिकित्सालय में पहुंच रहे हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या को देख सावधानी बरतने की हिदायत दी गयी है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सिद्धार्थ चौहान ने आज बताया कि उल्टी-दस्त, बुखार से पीड़ित मरीज लगातार आ रहे है। कस्बे के तीन वार्ड ज्यादा प्रभावित है। बीमारी से बचाव को लेकर सभी पार्षदों के साथ बैठक की गई है। पीने के पानी को लेकर विशेष सावधानी बरतने की बात कही गयी है। लोग अपने घरों में पानी उबालकर पीएं। बीमारी की स्थिति में बिना लेटलतीफी किए चिकित्सक से उपचार लें।
स्थानीय चिकित्सकों के कान खड़े हो गए। यह मरीज कस्बे के तीन अलग-अलग वार्डों से ज्यादा आए है। चिकित्सकों के मुताबिक यह उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीज संख्या बढ़ने का कारण दूषित पानी बताया जा रहा है। इसलिए सबसे पहले स्वच्छ पानी पीने की हिदायत दी गई है।
पिछले दो दिनों में फूप कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीज लगातार आ रहे हैं। सबसे ज्यादा मरीज वार्ड पांच, छह और सात से आए हैं। ऐसे में मरीजों का स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार कराया जा रहा है। कस्बे में दो दिन में एक दर्जन से ज्यादा मरीजों की संख्या आने पर अलर्ट जारी किया गया है। यह मरीज बुखार,उल्टी, दस्त और पेट दर्द से पीड़ित है। इन मरीजों का उपचार किए जाने के बावजूद स्वास्थ्य में ज्यादा लाभ नहीं मिल रहा है। ऐसे में स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की टीम उल्टी और दस्त की बीमारी फैलने का कारण जुटाने में लगी है।
स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कस्बे के सभी वार्डों के पार्षदों के साथ कल शाम को बैठक की। वार्डों में बीमारी को लेकर अलर्ट किया गया है। पेयजल लाइन से होने वाली पानी सप्लाई को लेकर सतर्क किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि किसी प्रकार से दूषित पानी वार्डों में पहुंच रहा है। इसलिए यह बीमारी अचानक बढ़ी है। ऐसे में पेयजल सप्लाई का पानी उपयोग में न लेने की बात भी कही गयी है।