बीईओ बैढऩ का एक के बाद एक कारनामा हो रहा उजागर, पिछले वर्ष अक्टुबर से लेकर अप्रैल 2024 तक विद्यालयों का किया था निरीक्षण
सिंगरौली :ब्लॉक शिक्षाधिकारी बैढऩ के कारनामा नित्य नये दिन अलग-अलग तरीके से सामने आ रहे हैं। आर्थिक अनियमितता में घिरे रहने के बाद अब आधा सैकड़ा से अधिक गैरहाजिर शिक्षकों के विरूद्ध आठ महीने बाद भी कोई कार्रवाई न किये जाने का मामला सामने आया है। नोटिस केवल बीईओ दफ्तर तक ही सीमित रह गई है।
दरअसल सूत्र बताते हैं कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बैढऩ आरडी साकेत अपने कारनामों को लेकर हमेशा से सुर्खियों में बने हैं। अतिथि शिक्षकों के मानदेय भुगतान में आर्थिक अनियमितता कि ये जाने के आरोप में अभी क्लीन चिट नही मिली।
बल्कि बीईओ के विरूद्ध कार्रवाई किये जाने का प्रस्ताव जिला शिक्षा अधिकारी में आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल भेजा है। वही इस सनसनी खेज मामले के बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पर एक और गंभीर आरोप लग रहा है। सूत्र बताते हैं कि ब्लॉक शिक्षा बैढऩ ने पिछले शैक्षणिक सत्र 2023-24 में अक्टूबर माह से लेकर अप्रैल 2024 तक अवकाश के दिन छोड़ करीब-करीब शेष प्रत्येक दिन संकुल केन्द्र खुटार, रजमिलान, कुम्हिया, कोयलखूंथ, सुहिरा, बंधा के करीब आधा सैकड़ा से अधिक विद्यालयों का निरीक्षण किया और निरीक्षण के दौरान गैरहाजिर करीब 60 शिक्षकों को बीईओ दफ्तर से नोटिस जारी की गई।
लेकिन यह नोटिस केवल बीईओ दफ्तर तक ही सीमित रही। सूत्र बताते हैं कि बीईओ के निरीक्षण के दौरान ऐसे क ई शिक्षक मिले जो पॉच से छ: दिन नदारत थे और कुछ जगह विद्यालयोंं में ताला लटकता मिला था। इसके बावजूद बीईओ ने ऐसे विद्यालयों के लापरवाह शिक्षकों के विरूद्ध कार्रवाई नही किया। बल्कि चर्चा है कि निरीक्षण के दौरान गैरहाजिर में मिले शिक्षको को नोटिस के आड़ में दफ्तर में तलबकर मामले को समाप्त कर दिया। इस दौरान बीईओ के साथ-साथ कुछ संकुल प्राचार्य भी गैरहाजिर शिक्षकों के आचार संहिता के दौरान स्वीकृत कर सवालों के कटघर्रे में आ गये हैं। अब यह मामला जोर पकड़ता जा रहा है और बीईओ की शिकायत कलेक्टर तक न्यू मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन संघ करेगा।
बीईओ एवं बीआरसीसी के खिलाफ शिक्षक लामबंद
न्यू मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन संघ की आज प्रांतव्यापी आह्वान पर बैढऩ में बैठक आयोजित हुई । बैठक में पुरानी पेंशन बहाली एवं शिक्षक व अन्य कर्मचारियों की स्थानीय समस्या क्रमोन्नति, वेतन विसंगत, एनपीएस मिसिंग राशि एवं बैढऩ बीईओ के द्वारा कर्मचारियों एंव शिक्षकों से नाजयज वसूली के संबंध में चर्चा की गई है। जहां शिक्षकों ने एक स्वर से बीईओ के साथ-साथ बीआरसीसी बैढऩ के अलावा बीएसी के खिलाफ कलेक्टर के यहां ज्ञापन देने का प्रस्ताव पारित किया गया । साथ ही संगठन विस्तार के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में प्रांतीय महामंत्री संगठा प्रसाद शुक्ला, जिला अध्यक्ष ङ्क्षसगरौली सुनिता सावले, प्रदेश संगठन मंत्री विभा सिंह, नीरू सिंह, किरण पनिका, सुरेश कुमार कर्ज, अरूण कुमार पनिका, इन्द्रेश कुमार वर्मा, फु लजयंती एक्का एवं एम सागर पनिका के साथ अन्य शिक्षक मौजूद थे।
आचार संहिता में गैरहाजिर थे दो दर्जन शिक्षक
सूत्र ने बताया है कि विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव के दौरान ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बैढऩ ने कई विद्यालयों का निरीक्षण किया था। आचार संहिता के समय तकरीबन दो दर्जन से अधिक प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक एवं कुछ अतिथि शिक्षक गैरहाजिर मिले थे। इतना ही नही लोसचुनाव के दौरान आधा दर्जन विद्यालयों में ताला लटकता मिला था। किन्तु बीईओ ने जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेश को नजर अंदाज कर आचार संहिता के दौरान गैरहाजिर शिक्षकों के अवकाश को स्वीकृत कर संकुल प्राचार्यों के माध्यम से वेतन भुगतान करा दिया। जबकि कलेक्टर सिंगरौली चन्द्रशेखर शुक्ला ने 17 मार्च को एक आदेश जारी कर लोसचुनाव आचार संहिता के प्रभावशील होने और निर्देश था कोई भी अधोहस्ताक्षरी के बिना अवकाश स्वीकृति/ अनुमति के मुख्यालय नही छोड़ेंगे।