एएसई की टीम ने दिनभर किया सर्वे
हिंदू पक्षकार ने बताया ऐतिहासिक दिन
इंदौर: केंद्रीय पुरातत्व विभाग के अधीन धार की भोजशाला में वैज्ञानिक पद्धति से सर्वेक्षण चल रहा है. आज सर्वे का 80 वां दिन था. एएसआई की टीम ने सुबह से लेकर शाम तक सर्वे किया है, जिसमें 50 से अधिक छोटे व बड़े अवशेष सामने आए है. इन अवशेषों में भगवान की मूर्तियां भी शामिल है.हिंदू पक्षकार ने आज के दिन को ऐतिहासिक दिन भी बताया है. पहली बार इतनी बड़ी संख्या में अवशेष निकले है.
हिंदू पक्षकार आशीष गोयल ने बताया कि कमरा पुरातत्व विभाग के अधीन था, जिसे आज खोला किया. जहां पर सफाई की गई. इसके साथ ही उत्खनन किया गया, जिसमें भगवान गणेश की प्रतिमा सबसे पहले निकली थी. इसके बाद मां महिषासुर मर्दिनी, भैरवनाथ, बजरंगबली, मां वाग्देवी की खंडित प्रतिमा, शिवलिंग की कलाकृति, पार्वती जी की प्रतिमा निकली है. साथ ही भोजशाला के बाहरी हिस्से में 20 से अधिक अवशेष निकले है. कई अवशेष सनातन संस्कृति से जुडी आकृतियां है.
अवशेषों पर हमारी आपत्ति
मुस्लिम समाज के पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि मॉन्युमेंट के अंदर एक कमरा था. जिसे नमाज का सामान रखने के लिए उपयोग किया इस कमरे को वर्ष-1997 तक उपयोग किया गया व बाद में इस पर पंचनामा बनाकर ताला लगा दिया गया. वहां से अब अवशेष निकले हैं. जिस पर प्रश्न चिन्ह है. परिसर में वर्ष 2003 के बाद रखे गए अवशेषों पर हमारी आपत्ति पहले भी थी, आज भी है.