बैंक ऑफ बड़ौदा की एमएसएमई शाखा में इंतजार करने मजबूर आम जन
जबलपुर: अपनी रकम जमा या निकालने के लिए भीषण गर्मी में बैंक ऑफ बदौड़ा पहुंचते आम लोगों को टोकन कटा कर आधे घण्टे तक राह देखना पड़ता है। बैंक ऑफ बड़ौदा की नेपियर टाउन स्थित एम.एस.एम.ई.शाखा में लागू टोकन प्रक्रिया क्या लोगों के हित में बनाई गए है या उन्हें घण्टों बैठा कर परेशान करने के लिए यह बात समझ से परे हैं। टोकन में साफ-साफ शब्दों में लिखा होता है कि प्रतिक्षा का समय 10 मिनिट से अधिक नहीं होगा। परन्तु प्रतिक्षा में बैठे लोगों कि माने तो टोकन प्रणाली कभी ठीक तरीके से काम ही नहीं करती है। यह टोकन सिस्टम कुछ नंबर बोलकर अटक भी जाता है और आम जनता को अपना बहुमूल्य समय बैठकर गंवाना पड़ता है।
लचर व्यवस्था से हो रही असुविधा
बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्राहकों कि मानें तो नेपियर टाउन एम.एस.एम.ई. शाखा की व्यवस्थाएं लचर हो गई है। हांलाकि बैंक द्वारा यह दावा किया जाता है कि आम जनता की सहुलियत के लिये ही यह टोकन प्रणाली शुरू की गई थी। उनका यह भी कहना है कि कई बार यह सिस्टम इसलिए भी फैल हो जाता है क्योंकि आम जनता सीनियर सिटीजन के नाम कर टोकन कटा लेती है । जिसके चलते यह व्यवस्था चरमरा जाती है। जब इन सब को लेकर बैंक मेनेजर का पक्ष जनना चाहा तो उनके द्वारा मिटिंग में व्यवस्थ होने का हवाला दिया गया था।
बैंकों और एटीएम के हालात एक जैसे
शहर में मौजूद सरकारी बैंकों और एटीएम के हालात समान हैं। बैंकों में लोगों को घण्टों इंतजार करना पड़ता है तो वहीं एटीएम की आए दिन लिंक फैल होने से आम जनों को ना चाहते हुए भी बैंकों के चक्कर काटने पड़ते है। आधुनिक युग के इस दौर में आधुनिक सुविधाएं अब लोगों को विचलित कर रही है। एक ओर कुछ बैंकों में चालू कि गई टोकन प्रणाली ठीक तरीके से कार्य ना कर पाने के कारण जनता की परेशानी का जरिया बनी हुई है। इंतजार में बैठे ग्राहकों को खुद ही थोड़ी-थोड़ी देर में उठकर कांउटर के चक्कर काटना पड़ता है। इतना ही नहीं बैंकों द्वारा रखी गई पास बुक प्रिटिंग मशीन भी कई बार ठीक तरीके से काम ना कर पाने के कारण आम जनता को परेशान होना पड़ता है। खासकर बुर्जुग एवं महिलाएं इस प्रिटिंग मशीन के समाने कई बार बेबस नजर आती है।