शिलांग 30 मई (वार्ता) मेघालय के नोंगप्रियांग गांव में गुरुवार तड़के हुए भारी भूस्खलन के बाद एक नाबालिग सहित चार लोग लापता हो गए और उनके मारे जाने की आशंका है।
एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि ”बहुत तेज़ बारिश हो रही थी और दो घरों के कुछ हिस्से बह गए। चार लोग लापता हैं और उनके मारे जाने की आशंका है।”
नोंगप्रियांग गांव पूर्वी खासी हिल्स जिले के शेल्ला समुदाय और ग्रामीण विकास खंड के अंतर्गत आता है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यकारी निदेशक मैटसिवडोर वार नोंगब्री ने कहा “पीड़ितों में से एक का शव मलबे से बरामद कर लिया गया है। मृतक की पहचान फिसर नोंग्रम (75) के रूप में हुई है जबकि किनमाव सिनगाई (70) बेंती रियाहतम (60) और एक नाबालिग लड़का लुमलांग रियाहतम (16) मलबे में फंसे हुए थे।”
उन्होंने कहा कि लुमलांग रियाहतम के. सिनगाई और बेन्टी रियाहतम एक ही परिवार के थे। खोज और बचाव अभियान जारी है।
इस बीच मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने जिला प्रशासन को तत्काल परिजनों को अनुग्रह राशि जारी करने का निर्देश दिया है।
श्री संगमा ने एक्स पर पोस्ट किया ”हमारे चार नागरिकों की खबर सुनकर दुख हुआ, इनके शेला ब्लॉक के नोंगप्रियांग में एक बड़े भूस्खलन में मारे जाने की आशंका है। एक पीड़ित का शव मिल गया है, तलाशी अभियान जारी है, प्रशासन को तत्काल परिजनों को अनुग्रह राशि जारी करने का निर्देश दिया गया है।”
दूसरी ओर एक आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग -6, लम्शनोंग, पूर्वी जंतिया हिल्स जिले पर पहाड़ी की चोटी से भारी मात्रा में पानी गिरने के कारण राजमार्ग “बेहद कमजोर हो गया है और इसकी मजबूती संदिग्ध है”।
आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत इस विशेष खंड के माध्यम से वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध का आदेश दिया गया है।
ईस्ट जैंतिया हिल्स के उपायुक्त और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष ए. बरनवाल द्वारा आज जारी एक आदेश में कहा गया है ”पुनर्स्थापना कार्य पूरा होने तक उस विशेष खंड के माध्यम से सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल पुनर्स्थापनात्मक उपाय करने का निर्देश दिया जा रहा है कि यह हिस्सा यातायात के योग्य बन जाए। हल्के मोटर वाहनों (एलएमवी) को स्टार सीमेंट कैंपस के माध्यम से निजी सड़क का मार्ग लेने के लिए निर्देशित किया जा रहा है।
इस बीच, चक्रवात रेमल के कारण राज्य की राजधानी और अन्य क्षेत्रों में आज लगातार बारिश हुई। मेघालय में चक्रवात के कारण आज तक हुई बारिश से 5,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री किरमेन शायला ने संवाददाताओं को बताया कि 5619 लोग प्रभावित हुए हैं। पीड़ितों को तत्काल राहत प्रदान करने के लिए बारह जिलों को 19.85 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण बाधित हुई बिजली आपूर्ति जल्द ही बहाल कर दी जायेगी।
राजधानी शहर और राज्य के अन्य हिस्सों में कई इलाकों में बिजली कटौती जारी है।